माले, 27 मार्च (एजेंसी) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से अड्डू शहर में रविवार को मुलाकात की और दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा की। जयशंकर शनिवार को यहां पहुंचे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्रपति सोलिह को शुभकामनाएं दीं। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह द्वारा स्वागत किया जाना सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं। दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा की, जिसने उनके कार्यकाल में कई ठोस परिणाम दिए।’ जयशंकर ने मालदीव के गृह मंत्री इमरान अब्दुल्ला के साथ भी ‘उपयोगी बैठक’ की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मालदीव के गृह मंत्री इमरान अब्दुल्ला के साथ उपयोगी बैठक हुई। कानून प्रवर्तन के क्षेत्र में क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण में सहयोग पर चर्चा की। भारत एवं मालदीव के बीच विशेष साझेदारी के प्रति उनके मजबूत समर्थन की सराहना करता हूं।’ जयशंकर ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति सोलिह के साथ ‘नेशनल कॉलेज ऑफ पुलिस एंड लॉ एनफोर्समेंट’ (एनसीपीएलई) के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि एनसीपीएलई कानून प्रवर्तन के लिए भारत के मजबूत समर्थन को रेखांकित करता है। जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को कहा, ‘एनसीपीएलई मालदीव पुलिस सेवा के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने और अपराध से लड़ने की उनकी क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा।’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘इसी प्रकार अड्डू सड़क परियोजना का भूमि पूजन हमारी विकास साझेदारी को रेखांकित करता है। साथ ही अड्डू में सुधार और तट संरक्षण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। तटीय रडार प्रणाली सौंपने से मालदीव की सुरक्षा मजबूत होगी।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।