वाशिंगटन, 31 जुलाई (एजेंसी)पेगासस जासूसी कांड के केंद्र में मौजूद, इस्राइली साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ग्रुप ने उसकी स्पाईवेयर (जासूसी सॉफ्टवेयर) प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहे दुनिया भर के अपने सरकारी ग्राहकों में से कई को इसका उपयोग करने से अस्थायी रूप से रोक दिया है। अमेरिकी मीडिया की खबर के मुताबिक कंपनी फिलहाल इसके कथित दुरुपयोगों की जांच कर रही है। पेगासस सॉफ्टवेयर का भारत समेत कई अन्य देशों में पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, नेताओं और कई अन्य की जासूसी के लिए कथित तौर पर उपयोग करने के आरोपों ने निजता से संबंधित मुद्दों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। यह रोक मीडिया संगठनों के परिसंघ ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ द्वारा जांच के जवाब में लगाई गई है जिसने जानकारी दी है कि कंपनी का पेगासस स्पाईवेयर हैकिंग और संभवत: निगरानी करने से जुड़ा है। नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) ने इस्राइली कंपनी में एक स्रोत के हवाले से कहा, “कुछ ग्राहकों की जांच की जा रही है। इनमें से कुछ उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रयोग को अस्थायी रूप से रोका गया है।” स्वतंत्र एवं गैर लाभकारी मीडिया संगठन की खबर के मुताबिक, सूत्रों ने सरकारी एजेंसियों या उन देशों के नाम नहीं बताए हैं जिन्हें एनएसओ ने अपने स्पाईवेयर के इस्तेमाल से फिलहाल रोका है। उन्होंने बताया कि इस्राइली रक्षा नियम कंपनी को उसके ग्राहकों की पहचान करने से प्रतिबंधित करते हैं। एनएसओ की जारी आंतरिक जांच में उन लोगों के टेलीफोन नंबर की जांच की गई है जिसे एनएसओ के ग्राहकों ने संभावित लक्ष्यों के तौर पर चिह्नित किया था।
कंपनी नीति के कारण नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कर्मचारी ने कहा कि एनएसओ “इस मामले पर अब मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देगा और वह शातिर एवं निंदनीय अभियान का हिस्सा नहीं बनेगा।” इस्राइली सरकार को भी दबाव का सामना करना पड़ा है क्योंकि वह अन्य देशों को स्पाइवेयर तकनीक की बिक्री को नियंत्रित करती है। इसने एनएसओ पर लगे आरोपों की जांच शुरू की है। एनएसओ कर्मचारी ने कहा कि कंपनी जांच में पूरा सहयोग कर रही है और इस्राइली अधिकारियों के समक्ष साबित करना चाहती है कि मीडिया की खबरों में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं वे पेगासस का निशाना नहीं थे।