लंदन, 8 अगस्त (एजेंसी)
ब्रिटेन ने रविवार को भारत का नाम ‘लाल’ सूची से हटाकर ‘ऐंबर’ सूची में डालने के साथ ही देश के लिए यात्रा प्रतिबंधों में ढील दी। इसका मतलब यह हुआ कि कोविड-19 टीके की सभी खुराकें ले चुके भारतीय यात्रियों के लिए अब ब्रिटेन पहुंचने पर 10 दिन तक होटल में पृथकवास में रहना अनिवार्य नहीं होगा। स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल विभाग (डीएचएससी) ने पुष्टि की कि रविवार सुबह चार बजे तक ऐंबर सूची में रखे गए देश, भारत से आने वाले सभी लोग जिन्हें भारत में टीका लग चुका है, उन्हें अपने घरों पर या भौगोलिक स्थिति दर्शाने वाले अनिवार्य फॉर्म में उल्लेखित निर्दिष्ट स्थान पर एकांतवास में रहना होगा। सरकार अनुमोदित पृथकवास केंद्र में प्रति व्यक्ति 1,750 पाउंड के अतिरिक्त खर्च पर अनिवार्य रूप से 10 दिन रहने की शर्त अब लागू नहीं होगी लेकिन घर में पृथकवास में रहने से छूट केवल उन लोगों को होगी जिन्हें ब्रिटेन या यूरोप में टीका लगा है।
जाने से तीन दिन पहले करानी होगी कोविड जांच
ब्रिटेन की यातायात रोशनी प्रणाली की ऐंबर सूची में मौजूद देशों के लिए कानूनी नियमों के तहत, यात्रियों के लिए प्रस्थान से तीन दिन पहले कोविड की जांच कराना और ब्रिटेन पहुंचने पर जांच कराने के लिए दो कोविड जांचें पहले से बुक करने के साथ ही आगमन पर यात्री भौगोलिक स्थिति फॉर्म भरना अनिवार्य होगा। इंगलैंड आगमन पर, यात्रियों को घरों में या जिस स्थान का उन्होंने फॉर्म में उल्लेख किया है वहां 10 दिन पृथकवास में रहना होगा और उन्हें दूसरे दिन या उससे पहले कोविड-19 की एक जांच और आठवें दिन या उसके बाद एक जांच करानी होगी।
अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जारी
सभी नियमित निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जारी रहेगी। हालंकि, ब्रिटेन और भारत सरकार के बीच द्विपक्षीय समझौते के तहत, भारत और ब्रिटेन के बीच सीमित संख्या में उड़ानों का परिचालन होता रहेगा।