भारतीय मूल के व्यवसायी पर अमेरिका में वीजा धोखाधड़ी का आरोप
भारतीय मूल के एक व्यवसायी और तीन पुलिस प्रमुखों सहित चार अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर लुइसियाना में वीजा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। ओकडेल निवासी चंद्रकांत पटेल, चाड डॉयल, ग्लिन डिक्सन, टेबो ओनिशिया और सिटी मार्शल माइकल स्लेने को आरोपित किया गया। अदालती दस्तावेज के अनुसार, उन पर अमेरिकी सरकार के ‘यू वीजा' कार्यक्रम के तहत प्रवासियों के वीजा दावों के पक्ष में झूठी अपराध रिपोर्ट तैयार करने का आरोप है। अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) की वेबसाइट के अनुसार, ‘यू नॉनइमीग्रेंट स्टेटस' (यू वीज़ा) उन विशेष अपराधों के पीड़ितों को दिया जाता है, जिन्होंने मानसिक या शारीरिक दुर्व्यवहार सहा हो।' अदालती दस्तावेज में कहा गया है कि प्रवासियों ने यू वीज़ा के लिए आवेदन करने के वास्ते पुलिस रिपोर्ट में पीड़ित के रूप में नाम दर्ज कराने के लिए पटेल से संपर्क किया था। पुलिस रिपोर्ट में यह कहा जाना था कि उनके साथ सशस्त्र डकैती की घटना हुई है। पटेल इन लोगों से हजारों डॉलर वसूलने के बाद अपने सह-षड्यंत्रकारियों से झूठी पुलिस रिपोर्ट लिखने को कहता था। पटेल लुइसियाना में दो दुकानों का मालिक है जिनमें एक ग्लेनमोर में और दूसरी ओकडेल में है। उसका ओकडेल में एक फास्ट-फूड रेस्तरां भी है। पटेल को भी कथित सशस्त्र डकैती का शिकार होने के आधार पर 2023 में यू-वीजा प्रदान किया गया था। यूएससीआईएस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस मामले की जांच और अभियोजन राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा स्थापित होमलैंड सिक्योरिटी टास्क फोर्स द्वारा किया जा रहा है।