इमरान समर्थित विजयी निर्दलीय होंगे सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल
इस्लामाबाद, 19 फरवरी (एजेंसी)
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सोमवार को कहा कि आठ फरवरी को हुए चुनाव में जीत हासिल करने वाले पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल होंगे। मुस्लिम बहुल देश में सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल इस्लामी राजनीतिक और धार्मिक दलों का एक गठबंधन है जो सुन्नी इस्लाम के मत के अनुयायियों का प्रतिनिधित्व करता है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष बैरिस्टर गोहर खान ने कहा, ‘नेशनल असेंबली, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा विधानसभाओं में हमारे उम्मीदवार सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल होंगे।’
पीटीआई द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने संसद में अधिकतम सीटें जीती हैं लेकिन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएलएन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने घोषणा की है कि वे 8 फरवरी के चुनावों के परिणाम के बाद गठबंधन सरकार बनाएंगे। चुनाव के परिणाम के बाद देश में त्रिशंकु संसद की स्थिति बन गई है। चुनाव में जीत दर्ज करने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को परिणामों की अधिसूचना के तीन दिनों के भीतर एक पार्टी में शामिल होना था। पीएमएल-एन और पीपीपी द्वारा चुनाव के बाद गठबंधन का मतलब यह हो सकता है कि पीटीआई अगली संघीय सरकार बनाने में सक्षम नहीं होगी। खान की पार्टी ने आरोप लगाया कि दोनों प्रतिद्वंद्वी दल जनादेश को बदलने की कोशिश कर
रहे हैं।
खान की संकटग्रस्त पार्टी को शनिवार को उस समय बड़ा हौसला मिला जब रावलपिंडी में चुनाव प्रक्रिया के प्रभारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली हुई है । पीटीआई ने मतदान में धांधली के आरोप लगने पर रविवार को चुनाव परिणामों में हेरफेर की न्यायिक जांच की मांग की। इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीयों ने नेशनल असेंबली की 93 सीटें जीती। पीएमएल-एन ने 75 जबकि पीपीपी 54 सीटें जीती।