इस्लामाबाद, 10 अप्रैल (एजेंसी)
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री का चयन सोमवार को होगा। इससे पहले नेशनल असेंबली की कार्यवाही रविवार तड़के तक चली जिसमें मुल्क के 22वें प्रधानमंत्री इमरान खान (69) को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किया गया। इस तरह बेदखल होने वाले वह पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। इस बीच, शहबाज शरीफ ने पीएम के लिए नामांकन पत्र जमा किया। इसके साथ ही पीटीआई ने पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को अपना उम्मीदवार नामित किया। इससे पहले रविवार देर रात तक पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता कैसर ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। फिर अध्यक्षता पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अयाज सादिक ने की। 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला था।
यह समर्थन प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए जरूरी संख्याबल यानी 172 से अधिक था। वोटिंग इमरान खान की पार्टी के सांसदों की गैरमौजूदगी में हुई।
- उधर, संयुक्त विपक्ष ने पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को पहले ही अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
- नए प्रधानमंत्री का चुनाव करने के लिए सोमवार दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होगी।
- इस बीच, शहबाज शरीफ ने रविवार को प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन पत्र जमा किया। शहबाज ने ट्वीट किया, ‘मीडिया, नागरिक संस्थाओं, वकीलों, मेरे कायदे नवाज शरीफ, आसिफ जरदारी, मौलाना फजल-उर-रहमान, बिलावल भुट्टो, खालिद मकबूल, खालिद मगसी, मोसिन डावर, अली वजीर, अमीर हैदर होती और संविधान के लिए खड़े होने वाले सभी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को विशेष धन्यवाद।’ शरीफ ने कहा कि नयी सरकार ‘बदले की राजनीति’ में शामिल नहीं होगी।
- उधर, इमरान की पार्टी पीटीआई ने 65 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को प्रधानमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार नामित किया।
अलर्ट कोई देश छोड़कर न जाने पाए : पाकिस्तान की शीर्ष जांच एजेंसी एफआईए ने आव्रजन अधिकारियों को सभी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर सतर्क रहने को कहा है। साथ ही, यह निर्देश भी दिया है कि इमरान के शासन का कोई भी अधिकारी अनापत्ति प्रमाणपत्र के बगैर देश नहीं छोड़ने पाए। समाचार पत्र ‘डॉन’ की खबर में कहा गया है कि आव्रजन कर्मियों के साथ ही हवाईअड्डा सुरक्षा बल को भी उच्च अलर्ट पर रखा गया है।
मौजूदा सदन का कार्यकाल अगले साल अगस्त तक
मौजूदा सदन का कार्यकाल अगस्त, 2023 तक का है। इस तरह अब पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री को एक साल 3 माह का ही समय मिलेगा। यहां गौर हो कि पाकिस्तान के इतिहास में आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है। इमरान खान ‘नया पाकिस्तान’ बनाने का वादा करके 2018 में सत्ता में आए थे। उन्होंने पिछले साल आईएसआई खुफिया एजेंसी के प्रमुख की नियुक्ति को समर्थन देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद ऐसा माना जाता है कि उन्होंने शक्तिशाली सेना का समर्थन भी खो दिया था। खान लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को खुफिया प्रमुख बनाए रखना चाहते थे, लेकिन सेना के आलाकमान ने पेशावर में कोर कमांडर के तौर पर उनका तबादला कर दिया था।
सेना प्रमुख की बर्खास्तगी की भी हुई कोशिश
पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री पद से बेदखल होने से पहले सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को बर्खास्त करने का प्रयास किया था। ‘बीबीसी उर्दू’ ने कहा कि ‘दो बिन बुलाए मेहमानों’ को लेकर एक हेलीकॉप्टर रात को प्रधानमंत्री के आवास में उतरा। उन दोनों की खान के साथ 45 मिनट तक बैठक चली। बताया गया कि इमरान को उम्मीद थी कि हेलीकॉप्टर में उनके ‘नवनियुक्त अधिकारी’ आएंगे, जिनके आने से सारी राजनीतिक उथल-पुथल पर विराम लग जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अनुमान लगाया गया है कि वे दोनों सेना प्रमुख जनरल बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम रहे होंगे।