संयुक्त राष्ट्र, 19 मई (एजेंसी)
भारत ने अनाज की कीमतों में ‘अनुचित वृद्धि’, जमाखोरी और वितरण में भेदभाव पर चिंता व्यक्त की है। उसने पश्चिमी देशों से आह्वान किया कि अनाज का बंटवारा कोविड-19 रोधी टीकों की तरह नहीं होना चाहिए। विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा, ‘कम आय वाले विभिन्न वर्ग अनाज की बढ़ती कीमतों और उनकी पहुंच तक मुश्किल की दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। साफ है कि जमाखोरी की जा रही है। हम इसे ऐसे ही चलने नहीं दे सकते।’ मुरलीधरन ‘ग्लोबल फूड सिक्योरिटी कॉल टू एक्शन’ पर मंत्री स्तरीय बैठक में बोल रहे थे, जिसकी अध्यक्षता अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत ने हाल ही में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया। इसका मकसद गेहूं और गेहूं के आटे की खुदरा कीमतों को काबू में करना है।