अमेरिकी वैज्ञानिक मैरी ई ब्रुनको, फ्रेड रैमस्डेल और जापान के शिमॉन साकागुची को ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस’ से संबंधित उनकी खोज के लिए इस साल का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार देने की सोमवार को घोषणा की गई। ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस’ या परिधीय प्रतिरक्षा सहिष्णुता एक ऐसा तरीका है, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को अनियंत्रित होने से रोकने और बाहरी आक्रमणकारियों के बजाय अपने ही ऊतकों पर हमला करने से रोकने में मदद मिलती है।
यह वर्ष 2025 के नोबेल पुरस्कारों की पहली घोषणा है। स्टॉकहोम के कारोलिंस्का संस्थान में एक समिति ने नाम घोषित किए।
ब्रुनको सिएटल स्थित इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम्स बायोलॉजी में वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक हैं, जबकि फ्रेड रैमस्डेल सैन फ्रांसिस्को स्थित सोनोमा बायोथेरेप्यूटिक्स में वैज्ञानिक सलाहकार हैं। साकागुची जापान के ओसाका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
पुरस्कार प्रदान करने वाली संस्था ने एक बयान में कहा, ‘उनकी खोजों ने अनुसंधान के एक नये क्षेत्र की नींव रखी है और कैंसर तथा ऑटो-इम्यून जैसे रोगों के नये उपचार विकसित करने को प्रेरित किया है।’ इसमें आगे कहा गया है कि विजेताओं ने तथाकथित ‘रेगुलेटरी टी’ कोशिकाओं की पहचान की, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के सिक्याेरिटी गार्ड के रूप में कार्य करती हैं और प्रतिरक्षा कोशिकाओं को हमारे शरीर पर हमला करने से रोकती हैं।