सिंगापुर, 9 नवंबर (एजेंसी)
सिंगापुर की शीर्ष अदालत ने मादक पदार्थ की तस्करी के अपराध में दोषी ठहराये गये भारतीय मूल के 33 वर्षीय व्यक्ति के कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद उसकी मौत की सजा के अमल पर मंगलवार को रोक लगा दी। समझा जाता है कि दोषी मानसिक रूप से अस्वस्थ है। नागेंद्रन के धर्मालिंगम को मादक पदार्थ की तस्करी के अपराध में बुधवार को फांसी पर चढ़ाया जाना था। किंतु सिंगापुर के हाईकोर्ट ने उसे फांसी पर लटकाने की निर्धारित तिथि को तब तक के लिए निलंबित कर दिया जब तक कि उसकी अपील पर ऑनलाइन सुनवाई पूरी नहीं हो जाती।
चैनल न्यूज एशिया ने बताया कि धर्मालिंगम को उसके मृत्युदंड के विरुद्ध आखिरी अपील पर सुनवाई के लिए अपीलीय न्यायालय में लाया गया। उसे 11 साल पहले यह सजा सुनायी गयी थी। उसे कुछ ही देर में वापस ले जाया गया और एक न्यायाधीश ने अदालत में कहा कि धर्मालिंगम कोविड-19 संक्रमित पाया गया है। एक जज फांग ने कहा, ‘….. यदि आवेदक कोविड-19 से संक्रमित हो गया है तो हमारी राय है कि उसे फांसी पर नहीं चढाया जा सकता।” उन्होंने मामले की सुनवाई टाल दी लेकिन अगली तारीख अभी तय नहीं की गयी। उन्होंने कहा कि जब तक सुनवाई चलेगी, आवेदक को फांसी नहीं दी जाएगी।’