कोलंबो, 12 जुलाई (एजेंसी)
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के आधिकारिक आवास के भीतर हुई झड़पों में कम से कम 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए। इनमें एक महिला भी शामिल है। प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास शनिवार से प्रदर्शनकारियों के कब्जे में है। न्यूज पोर्टल ‘कोलंबो पेास्ट’ की खबर के अनुसार कम से कम दस प्रदर्शनकारियों को नेशनल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। ये प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में ही रह रहे थे और आपस में भिड़ गए।
प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और उन्होंने शुक्रवार को राष्ट्रपति आवास पर भी कब्जा कर लिया था। दोनों ही आवास अब जनता के लिए खुले हैं और वे वहां बिना रोक टोक के जा सकते हैं। कोलंबो पोस्ट के मुताबिक इन स्थानों से कई बहुमूल्य और प्राचीन वस्तुएं गायब हैं। सोशल मीडिया में कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें लोग वहां से प्राचीन वस्तुएं ले जाते दिखाई दे रहे हैं।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके निजी आवास को आग लगाए जाने के बाद पहली बार सार्वजनिक प्रतिक्रिया देते हुए सोमवार को कहा कि केवल ‘हिटलर जैसी मानसिकता’ वाले लोग ही इमारतों में आग लगा सकते हैं। विक्रमसिंघे(73) ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री का पद इसलिए स्वीकार किया, क्योंकि अर्थव्यवस्था संकट में थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अर्थव्यवस्था के पुन: निर्माण का कठिन कार्य ऐसे समय में अपने हाथ में लिया, जब लोग ईंधन, खाना पकाने वाली गैस और बिजली के अभाव में मुश्किलों का सामना कर रहे थे।