बीजिंग, 21 मई (एजेंसी)
चीन ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा दलाई लामा के किसी उत्तराधिकारी को उसकी मंजूरी पर ही मान्यता दी जाएगी। साथ ही, दलाई लामा या उनके अनुयायियों द्वारा नामित किसी व्यक्ति को मान्यता देने से इनकार किया। चीनी सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक श्वेत पत्र में दावा किया गया कि किंग राजवंश (1677-1911) के बाद से सरकार द्वारा दलाई लामा और आध्यात्मिक बौद्ध नेताओं को मान्यता दी जाती है। दस्तावेज में कहा गया है कि प्राचीन समय से ही तिब्बत चीन का अविभाज्य हिस्सा है।
सीमा पर गांवों का विकास
तिब्बत के भारत, भूटान और नेपाल सीमा से लगते दूरदराज़ के गांवों में चीन अवसंरचना के विकास का प्रयास कर रहा है। शुक्रवार को चीन सरकार द्वारा जारी श्वेत पत्र ‘तिब्बत 1951 से: मुक्ति, विकास और समृद्धि’ शीर्षक के दस्तावेज में कहा गया है कि सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास करना और तिब्बत में लोगों के जीवन में सुधार करना महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि सामरिक तौर अहम हिमालयी क्षेत्र 4,000 किलोमीटर लंबी बाहरी सीमा साझा करता है।