वाशिंगटन, 19 मई (एजेंसी) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जापान जाएंगे और इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने बुधवार को यह जानकारी दी। क्वाड में भारत, आस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका शामिल हैं। सुलीवन ने व्हाइट हाउस में नियमित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘हमारा मानना है कि यह सम्मेलन यह प्रदर्शित करेगा कि लोकतंत्र काम करता है तथा साथ मिलकर काम कर रहे ये चार देश खुले एवं स्वतंत्र हिंद-प्रशांत के सिद्धांत की रक्षा करेंगे और उसे बरकरार रखेंगे।’ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि बाइडेन तोक्यो में एक नयी एवं महत्वाकांक्षी आर्थिक पहल की नींव भी रखेंगे। नयी आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए ‘हिंद-प्रशांत आर्थिक मसौदा’ (आईपीईएफ) लाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस मसौदे में डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए नियम तैयार किए जाएंगे ताकि सुरक्षित एवं मजबूत आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित की जा सके, इसके अलावा ऊर्जा के क्षेत्र में तथा स्वच्छ, आधुनिक उच्च स्तरीय अवसंरचना में निवेश आदि पर भी नियम बनाए जाएंगे।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।