वाशिंगटन, 9 अप्रैल (एजेंसी)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उम्मीद है कि भारत और अमेरिका के बीच होने वाली टू-प्लस-टू मंत्रिस्तरीय वार्ता से वाशिंगटन को नयी दिल्ली के साथ प्रशासनिक कार्यों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ‘साझा लक्ष्यों’ को आगे बढ़ाने तथा यूक्रेन में युद्ध पर ‘करीबी विचार-विमर्श’ करने में मदद मिलेगी। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी।
टू-प्लस-टू वार्ता के तहत दोनों देशों के बीच विदेश और रक्षा मंत्री स्तर की बातचीत वाशिंगटन में निर्धारित है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन 11 अप्रैल को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा विदेश मंत्री एस जयशंकर की मेजबानी करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमें लगता है कि दोनों पक्ष यूक्रेन के खिलाफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के क्रूर युद्ध के परिणामों और ऊर्जा एवं खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों जैसे मुद्दों से निपटने के लिए करीबी समन्वय जारी रखेंगे।’
गौरतलब है कि अमेरिका में यूक्रेन संकट पर भारत के रुख और किफायती दरों पर रूस से तेल खरीदने के नयी दिल्ली के फैसले को लेकर थोड़ी नाराजगी है।
साकी ने कहा, ‘राष्ट्रपति बाइडेन का मानना है कि भारत के साथ हमारी साझेदारी दुनिया में हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। उन्हें उम्मीद है कि इस टू-प्लस-टू बैठक में ब्लिंकन और ऑस्टिन भारत के साथ हमारे सभी कार्यों के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनियाभर में हमारे साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ांएगे।’