वाशिंगटन, 9 अप्रैल (एजेंसी) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उम्मीद है कि भारत और अमेरिका के बीच होने वाली टू-प्लस-टू मंत्रिस्तरीय वार्ता से वाशिंगटन को नयी दिल्ली के साथ प्रशासनिक कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमें यह भी लगता है कि दोनों पक्ष यूक्रेन के खिलाफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के क्रूर युद्ध के परिणामों और ऊर्जा एवं खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों जैसे मुद्दों से निपटने के लिए करीबी समन्वय जारी रखेंगे।’ उन्होंने कहा कि वार्ता में यकीनन कई विषयों को शामिल किया जा सकता है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि इन मुद्दों पर प्रमुखता से बात होगी। भारत-अमेरिका टू-प्लस-टू वार्ता के तहत दोनों देशों के बीच विदेश और रक्षा मंत्री स्तर की अगली बातचीत वाशिंगटन में निर्धारित है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन सोमवार को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व विदेश मंत्री एस जयशंकर की मेजबानी करेंगे। यह बाइडेन प्रशासन के अधीन होने वाली पहली टू-प्लस-टू वार्ता होगी। साकी ने कहा, ‘राष्ट्रपति बाइडेन का मानना है कि भारत के साथ हमारी साझेदारी दुनिया में हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। जैसा कि आप जानते हैं, उन्होंने मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य क्वाड नेताओं से मुलाकात की थी। उन्हें उम्मीद है कि इस टू-प्लस-टू बैठक में ब्लिंकन और ऑस्टिन भारत के साथ हमारे सभी कार्यों के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनियाभर में हमारे साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ांएगे।’ इस बीच, सांसद मार्क ग्रीन ने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से मुलाकात की। ग्रीन ने ट्वीट किया, ‘इस सप्ताह अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से मुलाकात की। हमारे देशों के बीच मजबूत साझेदारी महत्वपूर्ण है…।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।