Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

स्पेसएक्स के स्टारलिंक से मुकाबला करने के लिए अमेजन ने पहला इंटरनेट उपग्रह प्रक्षेपित किया

केप कैनावेरल (अमेरिका), 29 अप्रैल (एजेंसी) अमेजन के इंटरनेट उपग्रहों का पहला समूह सोमवार को कक्षा की ओर बढ़ गया। अंतरिक्ष के क्षेत्र से जुड़े बाजार में अमेजन एक नया नाम है, जहां वर्तमान में ‘स्पेसएक्स' के हजारों ‘स्टारलिंक' का...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस वी रॉकेट फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्थित केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से अमेज़न के प्रोजेक्ट कुइपर इंटरनेट नेटवर्क उपग्रहों को लेकर उड़ान भरता हुआ। -रॉयटर्स
Advertisement

केप कैनावेरल (अमेरिका), 29 अप्रैल (एजेंसी)

अमेजन के इंटरनेट उपग्रहों का पहला समूह सोमवार को कक्षा की ओर बढ़ गया। अंतरिक्ष के क्षेत्र से जुड़े बाजार में अमेजन एक नया नाम है, जहां वर्तमान में ‘स्पेसएक्स' के हजारों ‘स्टारलिंक' का प्रभुत्व है। ‘यूनाइटेड लॉन्च अलायंस' के एटलस वी रॉकेट ने अमेजन के ‘प्रोजेक्ट कुइपर' उपग्रहों में से 27 को अंतरिक्ष में पहुंचाया।

Advertisement

कक्षा में छोड़े जाने के बाद, उपग्रह अंततः लगभग 630 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचेंगे। एटलस वी ने ही 2023 में दो परीक्षण उपग्रह प्रक्षेपित किए थे। परियोजना अधिकारियों ने कहा कि नवीनतम संस्करण में बड़े बदलाव किए गए हैं। नवीनतम उपग्रहों पर एक ‘मिरर फिल्म' लगाई गई है, जिसे खगोलविदों की सुविधा के लिए सूर्य के परावर्तित प्रकाश को बिखेरने के लिए डिजाइन किया गया है। ‘स्टारगेजर' निचली-कक्षा वाले उपग्रहों की तेजी से बढ़ती संख्या का विरोध करते हैं। उनका तर्क है कि ये उपग्रह अवलोकन को खराब करते हैं तथा उपग्रहों के टकराव का अधिक डर होता है। जेफ बेजोस द्वारा स्थापित अमेजन का लक्ष्य दुनिया भर में तेज, सस्ती ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करने के लिए इनमें से 3,200 से अधिक उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करना है। हालांकि बेजोस अब अपनी खुद की रॉकेट कंपनी ‘ब्लू ओरिजिन' का संचालन करते हैं।

Advertisement

एलन मस्क की ‘स्पेसएक्स' ने 2019 से अब तक 8,000 से अधिक ‘स्टारलिंक' लॉन्च किए हैं। कंपनी ने रविवार रात को अपना 250वां स्टारलिंक लॉन्च किया। 7,000 से अधिक स्टारलिंक अब भी पृथ्वी से लगभग 550 किलोमीटर ऊपर कक्षा में मौजूद हैं।

Advertisement
×