मनीला (एजेंसी) : उत्तरी फिलीपीन में बुधवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए, जिससे कम से कम 5 लोगों की मौत हो गयी और कई घायल हो गए। भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि उसके प्रभाव से छोटे-छोटे भूस्खलन हुए और इमारतें तथा गिरजाघर क्षतिग्रस्त हो गए। राजधानी मनीला में भय के कारण लोग अपने घरों और मरीज अस्पतालों से बाहर निकल आए। फिलीपीन के ज्वालामुखी और भूकंप विज्ञान संस्थान के प्रमुख रेनातो सोलिडम ने बताया कि 7 तीव्रता के भूकंप का केंद्र अब्रा प्रांत में किसी पर्वतीय इलाके में जमीन से 25 किलोमीटर नीचे स्थित था। अब्रा के लगांगिलांग शहर के एक सुरक्षा अधिकारी माइकल ब्रिलैंट्स ने बताया, ‘जमीन ऐसे हिली जैसे मैं झूला झूल रहा हूं और अचानक बिजली चली गयी। हम कार्यालय से बाहर भागे तथा मैंने अपने कुछ साथियों के चीखने और रोने की आवाजें सुनी। ये अब तक के सबसे जोरदार भूकंप के झटके थे और मुझे लगा कि धरती फट जाएगी।’ फोटो -प्रेट्र
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।