Video: नेपाल के मंत्री, शीर्ष अधिकारी व उनके परिवार हेलिकॉप्टर की रस्सी पकड़कर भागते नजर आए
Nepal Revolution: काठमांडू से चौकाने वाले दृश्य सामने आए हैं, जिनमें मंत्रियों, शीर्ष सरकारी अधिकारियों और उनके परिवारों को छतों से सेना के हेलिकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट करते हुए देखा गया।
एक वीडियो में शीर्ष पदाधिकारी रस्सी के सहारे हेलिकॉप्टर से लटके हुए नजर आ रहे हैं, जबकि नीचे शहर में धुएं के गुबार और हिंसक भीड़ देखी जा सकती है।
सोमवार को नेपाल में सरकार द्वारा प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने के बाद हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे। इसके चलते प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे और पलायन की खबरें भी आईं। फेसबुक, एक्स और यूट्यूब जैसी साइटों पर रोक ने राजधानी के युवाओं के बीच गुस्से की आग भड़का दी।
Politicians escaping the wrath of the people in Nepal
God when?
— NeZZar (@lagos_fineboy) September 10, 2025
स्थिति बेकाबू होने के बाद सेना को काठमांडू की सड़कों पर उतारा गया। घरों से बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है, लेकिन लगातार बढ़ती अराजकता पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कई मंत्रियों के घरों में तोड़फोड़ की और संसद भवन को आग के हवाले कर दिया।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरूंग का आवास आगजनी का शिकार हुआ। उप प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री बिष्णु पौडेल, नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर बिस्व पौडेल और पूर्व गृहमंत्री रमेश के घरों पर भी पत्थर और आगजनी से हमले हुए।
विदेश मंत्री अर्जु राणा देउबा और उनके पति, पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा पर भी हमला हुआ। एक वीडियो में शेर बहादुर देउबा को खून से लथपथ ज़मीन पर बैठे देखा गया, बाद में उन्हें सुरक्षा बलों ने बचाया।
राजधानी के एक अन्य हिस्से में कैदियों ने जेल में आग लगाकर भागने की कोशिश की, लेकिन सेना ने सख्ती से इसे नाकाम कर दिया और कैदियों को अन्य जेलों में शिफ्ट किया।
जो प्रदर्शन इंटरनेट सेंसरशिप के खिलाफ शुरू हुआ था, वह अब एक बड़े विद्रोह में बदल गया है। जनता का गुस्सा भ्रष्टाचार, असमानता और बेरोजगारी के खिलाफ भी फूट पड़ा है। कई युवाओं ने राजनेताओं के बच्चों के ऐशो-आराम पर नाराजगी जताई, जिन्हें “नेपो किड्स” कहा जा रहा है, जबकि आम युवाओं में बेरोजगारी चरम पर है।
विश्व बैंक के अनुसार, पिछले साल नेपाल के लगभग 20% युवा बेरोजगार थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन 2,000 से अधिक युवा रोज़गार की तलाश में विदेश, खासकर मध्य-पूर्व और भारत की ओर पलायन कर रहे हैं। फिलहाल सेना ने काठमांडू के कई इलाकों में नियंत्रण कर लिया है, लेकिन पूरे देश में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।