Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

वर्चुअल सुनवाई के दौरान महिला को चूमते दिखा वकील, Video वायरल होने पर मचा बवाल

Delhi Viral Video: बताया जा रहा है कि घटना उस समय हुई जब अदालत की कार्यवाही शुरू नहीं हुई थी

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
वायरल वीडियो का वीडियोग्रैब
Advertisement

Delhi Viral Video: दिल्ली हाई कोर्ट की एक वर्चुअल सुनवाई के दौरान एक वकील को महिला को चूमते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो सामने आने के बाद लोगों में भारी आक्रोश है और ऑनलाइन अदालत की कार्यवाही के दौरान शालीनता और पेशेवर आचरण को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

बताया जा रहा है कि यह घटना मंगलवार को उस समय हुई जब अदालत की कार्यवाही शुरू नहीं हुई थी। बताया जा रहा है कि सभी प्रतिभागी न्यायाधीश के आने का इंतजार कर रहे थे, तभी कैमरे में यह दृश्य कैद हो गया। वीडियो में वकील की पोशाक में एक व्यक्ति कैमरे के थोड़ा किनारे बैठे हुए दिख रहा है। उसके पास एक साड़ी पहने महिला खड़ी दिखाई देती है। फुटेज में वकील को महिला का हाथ पकड़ते और उसे अपनी ओर खींचते देखा जा सकता है। महिला की झिझक और प्रतिरोध के बावजूद वह उसे चूमता है, जिसके बाद महिला पीछे हट जाती है। दोनों वकील और महिला की पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। दैनिक ट्रिब्यून इस वायरल वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका है।

Advertisement

यह फुटेज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से फैल गया, जिसके बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं आक्रोश से लेकर अविश्वास तक देखने को मिलीं। कई यूजर्स ने वकील की हरकत को “अशोभनीय और गैर-पेशेवर” बताया। एक यूजर ने लिखा, “बहुत शर्मनाक,” जबकि दूसरे ने टिप्पणी की, “बस कैमरे में पकड़ा गया—वरना वर्क फ्रॉम होम में और क्या-क्या होता है, कौन जाने।”

Advertisement

कुछ लोगों ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “अब DHC की सुनवाई मनोरंजन का नया केंद्र बन गई है। गंभीर फैसलों से लेकर अप्रत्याशित नाटकीयता तक, हर दिन एक नया शो!” एक अन्य ने लिखा, “न्याय अब न केवल अंधा है, बल्कि म्यूट भी है और गलती से कैमरे पर भी!”

कार्रवाई की मांग

कानूनी विशेषज्ञों और आम जनता ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और वर्चुअल कोर्ट कार्यवाही की गरिमा बनाए रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देशों और अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

Advertisement
×