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Diljit on Art & Legacy दिलजीत दोसांझ का दर्दभरा बयान : ‘हम मरने के बाद ही महान कहलाते हैं’

एक भावुक नेटफ्लिक्स इंटरव्यू में दिलजीत दोसांझ ने अपने सफर, शोहरत और कलाकारों की जिंदगी में आने वाली मुश्किलों पर खुलकर बात की। अमर सिंह चमकिला की भूमिका निभाने के बाद मिली अंतरराष्ट्रीय सराहना ने उन्हें कला और पहचान की...

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एक भावुक नेटफ्लिक्स इंटरव्यू में दिलजीत दोसांझ ने अपने सफर, शोहरत और कलाकारों की जिंदगी में आने वाली मुश्किलों पर खुलकर बात की। अमर सिंह चमकिला की भूमिका निभाने के बाद मिली अंतरराष्ट्रीय सराहना ने उन्हें कला और पहचान की कदर पर नए सिरे से सोचने पर मजबूर किया। इंटरव्यू के दौरान वे कई बार भावुक हुए और बताया कि कलाकारों को अक्सर असली सम्मान बहुत देर से मिलता है।

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दिलजीत, जो कोचेला में परफॉर्म करने वाले पहले पंजाबी कलाकार हैं और ‘द टुनाइट शो स्टारिंग जिमी फॉलन’ पर भी नजर आ चुके हैं, कहते हैं कि ‘हर कलाकार को जिंदगी में बहुत सी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं। जब तक वह जिंदा होता है, लोग उसे महान नहीं मानते। उसे वह प्यार भी नहीं मिलता जिसका वह हकदार है। ज्यादातर लोग उसकी कद्र तभी करते हैं जब वह इस दुनिया में नहीं रहता।’ यह बात चमकिला की जिंदगी पर भी सही बैठती है और दिलजीत के अपने सफर से भी जुड़ती है।

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हाल ही में 41 वर्षीय दिलजीत को फिल्म ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी अभिनेत्री हनिया आमिर को कास्ट करने को लेकर आलोचना झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि कलाकारों को अक्सर उनके काम से ज्यादा उनके चुनावों पर आंका जाता है, और यह उन्हें लगातार सोचने पर मजबूर करता है।

इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि चमकिला का किरदार निभाना उनके लिए सिर्फ एक अभिनय नहीं था, बल्कि एक गहरा अनुभव था जिसने उन्हें कलाकारों के संघर्षों और देर से मिलने वाली पहचान की सच्चाई फिर से याद दिला दी। चमकिला की कहानी ने उन्हें यह महसूस कराया कि समाज कई बार प्रतिभा को समझने और मान देने में देर कर देता है।

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