पत्नी करती थी शोषण, टेक्नीशियन ने लिखा 24-पृष्ठ का सुसाइड नोट और बनाया Video
मुंबई/बेंगलुरु, 11 दिसंबर (एएनआई)
Atul Subhash: बेंगलुरु में 34 वर्षीय टेक्नीशियन अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले ने दहेज कानूनों के दुरुपयोग और उनके दुष्प्रभाव पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले एक 24-पृष्ठ का सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी, ससुराल वालों और एक न्यायाधीश पर उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार ने 3 करोड़ रुपये के समझौते की मांग की थी। साथ ही, बेटे से मिलने के लिए 30 लाख की मांग की गई।
सुभाष ने यह भी आरोप लगाया कि उनके खिलाफ दहेज उत्पीड़न, हत्या और घरेलू हिंसा जैसे झूठे मामले दर्ज किए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे को ब्लैकमेल के एक औजार के रूप में इस्तेमाल किया गया और उन्हें महंगे उपहार देने के लिए मजबूर किया गया।
मामले में FIR दर्ज
अतुल सुभाष के भाई बिकास कुमार की शिकायत पर बेंगलुरु के मारथल्ली थाने में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और एक रिश्तेदार सुशील सिंघानिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और मानसिक उत्पीड़न के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कानूनी विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
मुंबई की वकील आभा सिंह ने इस घटना को "कानून का दुरुपयोग" बताया और कहा कि इस तरह के मामलों से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं। आभा सिंह ने कहा, "दहेज कानूनों का दुरुपयोग असली पीड़ितों को न्याय से वंचित करता है। अगर महिलाएं इन कानूनों का दुरुपयोग करती हैं, तो यह महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा पर विपरीत प्रभाव डालेगा।"
दिल्ली की पुरुष अधिकार कार्यकर्ता बरखा त्रेहन ने कहा, "अतुल सुभाष अकेले नहीं हैं। कई पुरुष ऐसे मामलों के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। न्यायिक प्रणाली में केवल महिलाओं की ही सुनी जाती है, जिससे पुरुषों को न्याय नहीं मिलता।"
पुलिस जांच जारी
पुलिस के अनुसार, घटना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने देखा कि फ्लैट अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ने के बाद, अतुल को पंखे से लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी व्यक्तियों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है।
सुसाइड नोट और वीडियो
अतुल सुभाष ने अपनी आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया और इसे एक एनजीओ के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा। उन्होंने अपनी राख को तब तक न बहाने की अपील की जब तक उन्हें न्याय न मिल जाए। सुसाइड नोट में उन्होंने अपने चार वर्षीय बेटे की कस्टडी अपने माता-पिता को देने की भी बात कही।