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जल-थल जन-जन थर-थर

हरियाणा सहित चार राज्यों में 21 की मौत, पंजाब आपदाग्रस्त घोषित
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पंजाब के कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र के बाऊपुर गांव में बाढ़ग्रस्त ब्यास नदी में नौका का इस्तेमाल कर लोगों को सुरक्षित जगह की ओर ले जाते सेना के जवान।-मलकीयत सिंह
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लगातार हो रही मूसलाधार बारिश आफत बनकर बरस रही है। मंगलवार रात से लेकर बुधवार तक रीजन के चार राज्यों में बारिश से जुड़े हादसों में 21 लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हो गये। हिमाचल प्रदेश में 11, हरियाणा में छह, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में दो-दो लाेगों की जान गई। पंजाब में बाढ़ का संकट लगातार गहराता जा रहा है। पंजाब सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए पूरे राज्य को प्राकृतिक आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर दिया है। राज्य के सभी स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और पॉलिटेक्निक संस्थानों को 7 सितंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। चंडीगढ़ में भी मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहने के बीच स्कूलों-कॉलजों में छुट्टियां 7 सितंबर तक बढ़ाने की घोषणा की गई। उधर, दिल्ली में पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) पर यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण निचले इलाकों से 7500 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

खेत-घर डूबे, आंखों में भी पानी : पंजाब के सुल्तानपुर लोधी में बाढ़ से बेघर हुए काला सिंह के आंसू छलक आये। -मलकीत सिंह

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को भी राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।

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इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब के लोगों को इस आपदा में अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। चौहान ने बताया कि उन्होंने पंजाब के राज्यपाल और कृषि मंत्री से फोन पर बातचीत कर विस्तृत रिपोर्ट ली है। वह बृहस्पतिवार को पंजाब आकर हालात देखेंगे। उनका कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से जो भी मदद जरूरी होगी, वह तुरंत उपलब्ध करवाई जाएगी।

नयी दिल्ली के मयूर विहार में क्षेत्र में यमुना की बाढ़ से बचने के लिए सुरक्षित स्थान पर जाते लोग। -प्रेट्र

भिवानी मकान गिरने से 3 बहनों की मौत

भिवानी जिले के कलिंगा गांव में बुधवार तड़के बारिश के बीच एक कच्चा मकान गिरने से परिवार की तीन मासूम बच्चियों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने मलबा हटाकर परिवार को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने अंशिका (15), दिशा (9) और भारती (7) को मृत घोषित कर दिया। परिवार के मुखिया ओमपाल (45), उसकी पत्नी अनिता (40) और बेटा ध्रुव (5) घायल हालत में पीजीआई रोहतक रेफर किए गए।

कुरुक्षेत्र : मजदूर भाइयों पर टूटा कहर

कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद की अमर विहार कॉलोनी में एक मकान की छत गिरने से दो भाइयों की मौत हो गई। मृतक संदीप (26) और कुलदीप (27) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले थे। हादसे के समय मकान में सात लोग सो रहे थे। परिवार का एक सदस्य कल्लू बाथरूम गया हुआ था, जिससे उसकी जान बच गई। गंभीर घालय चार अन्य मजदूरों को शाहाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यमुनानगर : परिवार पर गिरी छत

यमुनानगर जिले के बैंदी गांव में बुधवार सुबह छत गिरने से मान सिंह (45) की मौत हो गई। मान सिंह दिहाड़ी मजदूर था और परिवार की रोजी-रोटी का सहारा भी वही था। हादसे में उसकी पत्नी और तीन बच्चे घायल हो गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी को मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।

पंचकूला : कार पर गिरा पेड़, 6 छात्र घायल

पंचकूला में बुधवार सुबह सेक्टर-4 स्थित सतलुज पब्लिक स्कूल के बाहर खड़ी एक कार पर भारी पेड़ गिर गया। कार में छह स्कूली बच्चे मौजूद थे। लोगों ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और निजी अस्पताल में भर्ती कराया। आनंद अत्री ने बताया कि उनका भाई अनूप बच्चों को स्कूल छोड़ने गया था, उसी दौरान हादसा हुआ।

कटरा में 200 मिमी बारिश

जम्मू (एजेंसी) : माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा बुधवार को नौवें दिन भी स्थगित है और इसके आधार शिविर कटरा में पिछले 24 घंटों के दौरान 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गयी, जो जम्मू क्षेत्र में सबसे अधिक है। इस बीच, बुधवार तड़के राजौरी जिले के सुंदरबनी के कांगड़ी गांव में बारिश के कारण एक कच्चा मकान ढह जाने से मां-बेटी की मौत हो गई। वहीं, बाढ़ग्रस्त अखनूर के एक गांव में 40 लोग फंस गए। उधमपुर और बनिहाल के बीच कई जगह भूस्खलन होने के कारण श्रीनगर-जम्मू हाईवे सहित प्रमुख सड़कें दूसरे दिन भी बंद रहीं।

मंडी, कुल्लू और शिमला में जानलेवा भूस्खलन

मंडी/ शिमला (निस/ हप्र) : मंडी और कुल्लू जिले में मंगलवार रात भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में 9 लोगों की मौत हो गयी। वहीं, शिमला जिले के बिठल के पास नेशनल हाईवे- 5 पर बुधवार को पहाड़ी से गिरे पत्थरों (शूटिंग स्टोन) की चपेट में आई प्राइवेट बस में सवार दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 15 यात्री घायल हो गए। इस बीच, मंडी और कुल्लू जिले के करीब एक दर्जन गांव भूस्खलन की आशंका के चलते एहतियातन खाली करवा दिए गये हैं। उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत चांबी के जंगमबाग गांव में भारी बारिश के कारण पहाड़ी से हुए भूस्खलन में एक पक्का और एक कच्चा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में जंगमबाग 35 वर्षीय गुरप्रीत सिंह, उनकी पत्नी भारती (30), बेटी कीरत (3), मां सुरेन्द्र कौर (56) के अलावा 70 वर्षीय शांति देवी और तहसील सुंदरनगर के गांव डढयाल के 64 वर्षीय ओम प्रकाश, गांव खतरवाड़ के 25 वर्षीय राहुल मारे गये। एसडीएम अमर नेगी ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी रात चला। वहीं, कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भी देररात 2 बजे भूस्खलन हुआ और कई मकान इसकी जद में आ गए। हादसे में एक कश्मीरी श्रमिक और एक एनडीआरएफ जवान की मौत हो गयी। उधर, जोगिंदर नगर उपमंडल के कुंडूनी गांव में भूस्खलन से लगभग 22 परिवार प्रभावित हुए।

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