परिवार सहित आमेर का किला देखने पहुंचे US उपराष्ट्रपति वेंस, 'चंदा' व 'माला' ने सूंड उठाकर किया स्वागत
जयपुर, 22 अप्रैल (भाषा)
Vance's India Visit: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे डी वेंस और उनका परिवार मंगलवार की सुबह आमेर का किला देखने के लिए जयपुर पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वेंस का परिवार शहर में स्थित आलीशान रामबाग पैलेस होटल से रवाना हुआ और सुबह करीब 9:30 बजे आमेर के किले में पहुंचा।
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित इस किले में वेंस परिवार का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। जब वे आमेर किले के मुख्य प्रांगण जलेब चौक में दाखिल हुए, तो दो सजी-धजी हथिनी चंदा और माला ने अपनी सूंड उठाकर उनका स्वागत किया।
परिवार ने राजस्थान की जीवंत संस्कृति की झलक पेश करते हुए कच्ची घोड़ी, घूमर और कालबेलिया सहित लोक नृत्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुति का आनंद लिया।
उपराष्ट्रपति वेंस अपने बेटे इवान और विवेक का हाथ थामे लाल कालीन पर चले, जबकि उनकी पत्नी उषा वेंस ने अपनी बेटी मीराबेल को गोद में उठाया हुआ था। ये लोग किले के प्रभावशाली प्रांगण और वास्तुकला से मंत्रमुग्ध दिखाई दिए। वेंस परिवार की इस यात्रा को देखते हुए आमेर के किले को सोमवार दोपहर 12 बजे से 24 घंटे के लिए आम जनता के लिए बंद कर दिया गया।
वेंस की यात्रा के मद्देनजर शहर में सुरक्षा के चाकचौबंद बंदोबस्त किए गए हैं। जिन रास्तों से इनका काफिला गुजरना है वहां से यातायात भी दूसरे मार्गों से भेजा जा रहा है।
आंध्र प्रदेश: अमेरिका के उपराष्ट्रपति की पत्नी उषा के पैतृक गांव में उत्सुकता का माहौल
उधर, जे डी वेंस और उनकी पत्नी उषा के अपने परिवार के साथ सोमवार को चार दिवसीय भारत यात्रा पर पहुंचने से आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के वडलुरु गांव में उत्साह का माहौल है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस की पत्नी उषा भारतीय मूल की हैं और वडलुरु उनका पैतृक गांव है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस, भारतीय मूल की अपनी पत्नी उषा चिलुकुरी और अपने तीन बच्चों - बेटे इवान, विवेक और बेटी मीराबेल के साथ भारत की चार दिवसीय निजी यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब अमेरिका के शुल्क को लेकर वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ रहा है।
वडलुरु के पीवी रामनैया ने ‘पीटीआई वीडियो' से कहा, ‘‘हम सभी को पता चला कि उषा आज दिल्ली आई हैं। हम वडलुरु के निवासियों की ओर से उत्सुकता से उम्मीद करते हैं कि वह अपनी पैतृक विरासतों को देखने और मंदिरों के दर्शन करने के लिए इस गांव में आएंगी... हम सभी उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।''
हालांकि, उषा के यात्रा कार्यक्रम में वडलुरु का नाम शामिल नहीं है। गांव के पूर्व सरपंच पी श्रीनिवास राजू ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हमें नहीं पता था कि उषा का दौरा इतना आकस्मिक होगा।''
उन्होंने कहा कि पिछले 10 दिन से खुफिया और राजस्व विभाग के अधिकारी उषा के परिवार और पूर्वजों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए वडलुरु का दौरा करते रहे। उन्होंने कहा कि अगर हमें उषा के इस दौरे के बारे में एक पखवाड़े या एक महीने पहले पता होता, तो हमारे गांव के बुजुर्ग हैदराबाद या चेन्नई जैसे किसी शहर में जहां वह आने वाली हैं वहीं उनसे मिलने के लिए निकल पड़ते।
इसी प्रकार, उषा वेंस की 90 वर्षीय रिश्तेदार सी. संथम्मा ने कहा कि वह अपनी एक रिश्तेदार को इतनी ऊंचाई पर पहुंचते देख बहुत खुश हैं।