US Shutdown: अमेरिका में मंडराया ‘शटडाउन' का संकट, सरकारी वित्त पोषण रुकने से शिक्षा विभाग पर संकट
US Shutdown: अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा की गई कटौतियों से पहले ही कमजोर हो चुके अमेरिकी शिक्षा विभाग में सरकारी वित्त पोषण रुकने से कामकाज ठप पड़ने की आशंका है। शिक्षा विभाग का कहना है कि...
US Shutdown: अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा की गई कटौतियों से पहले ही कमजोर हो चुके अमेरिकी शिक्षा विभाग में सरकारी वित्त पोषण रुकने से कामकाज ठप पड़ने की आशंका है। शिक्षा विभाग का कहना है कि बुधवार से शुरू हो रहे ‘शटडाउन' के दौरान हालांकि उसके कई मुख्य कार्य जारी रहेंगे और संघीय वित्तीय सहायता जारी रहेगी लेकिन छात्र ऋण भुगतान अब भी बकाया रहेंगे।
वहीं, नागरिक अधिकारों से जुड़ी शिकायतों की जांच बंद हो जाएगी और विभाग नए संघीय अनुदान जारी नहीं करेगा। विभाग की एक आकस्मिक योजना के अनुसार, उसके लगभग 87 प्रतिशत कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया जाएगा।
प्रशासन ने संकेत दिया है कि ‘शटडाउन' की स्थिति में संघीय एजेंसियों में और भी पद पूरी तरह से समाप्त हो सकते हैं। पिछले ‘शटडाउन' में कांग्रेस द्वारा संघीय धन बहाल करने के बाद छुट्टी पर गए कर्मचारियों को वापस बुला लिया गया था।
इस बार ‘व्हाइट हाउस' (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) के प्रबंधन एवं बजट कार्यालय ने संघीय कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी है।
मई में सदन की विनियोग समिति के समक्ष पेश हुईं शिक्षा मंत्री लिंडा मैकमोहन ने कहा कि इस साल की छंटनी ने उनके विभाग को कमजोर कर दिया है और कुछ मामलों में तो बहुत ज्यादा असर पड़ा है। सांसदों के गतिरोध और सरकार को धन मुहैया कराने की समय-सीमा चूकने के कारण अमेरिका में लंबे समय तक ‘शटडाउन' (वित्तीय पोषण रुकने) की आशंका है।
रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों ने 21 नवंबर तक सरकार को मौजूदा स्तर पर धन मुहैया कराने के लिए एक अल्पकालिक उपाय का समर्थन किया, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी ने इसका विरोध किया और इस बात पर जोर दिया कि उपाय में स्वास्थ्य देखभाल पर उनकी चिंताओं का समाधान होना चाहिए।
डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद कुछ समय पहले पारित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘मेडिकेड' कटौती को बदलना चाहते हैं और कर क्रेडिट का विस्तार करना चाहते हैं जो कि ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट' द्वारा स्थापित बाजारों के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा लेने वाले लाखों लोगों के लिए बीमा प्रीमियम को अधिक किफायती बनाता है।