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Stampede in Mahakumbh: रात 2 बजे अचानक कैसे मची भगदड़, श्रद्धालुओं ने बताई आंखों देखी

Stampede in Mahakumbh: ड्रोन फुटेज में दिखा कि श्रद्धालु सुबह से ही संगम तट पर जमा हो रहे थे
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फोटो @ANI
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चंडीगढ़, 29 जनवरी (ट्रिन्यू)

Stampede in Mahakumbh: महाकुंभ के सबसे पवित्र स्नान पर्व 'मौनी अमावस्या' पर बुधवार को हुई भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मौत होने व कई के घायल होने की सूचना है। घटना बुधवार तड़के 2 बजे उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ संगम और अन्य घाटों पर स्नान के लिए उमड़ी।

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इस वर्ष 'त्रिवेणी योग' का दुर्लभ संयोग 144 वर्षों बाद बना, जिससे इस दिन का धार्मिक महत्व और बढ़ गया था। अनुमान था कि इस विशेष स्नान के लिए करीब 10 करोड़ श्रद्धालु कुंभ नगरी पहुंचेंगे।

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कैसे हुई भगदड़?

ड्रोन फुटेज में दिखा कि श्रद्धालु सुबह से ही संगम तट पर जमा हो रहे थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि बैरिकेडिंग टूट गई और लोग बेकाबू हो गए। चारों ओर से धक्का-मुक्की के कारण भगदड़ मच गई।

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कर्नाटक से आईं श्रद्धालु सरोजिनी ने रोते हुए कहा, "हम 60 लोगों के समूह में आए थे। अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई और हम फंस गए। बहुत से लोग गिर पड़े, भीड़ बेकाबू हो गई।"

मध्य प्रदेश के छतरपुर से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि उनकी मां को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, मेघालय के एक दंपती ने अपने भयावह अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वे किसी तरह भीड़ से बचकर बाहर निकले।

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बचाव कार्य जारी, प्रशासन पर सवाल

अस्पताल में भर्ती एक महिला ने बताया कि भगदड़ के दौरान उसका बच्चा घायल हो गया। उसने आरोप लगाया, "हम विनती कर रहे थे कि बच्चों पर दया करें, लेकिन कुछ लोग धक्का देते हुए हंस रहे थे।"

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ से बचने के लिए लोग निकास मार्गों की ओर भागे, लेकिन वहां भी दूसरी भगदड़ मच गई। कई श्रद्धालु अस्थायी पुलों की ओर लौटे, लेकिन प्रशासन द्वारा रास्ता बंद कर दिए जाने से वे फंस गए।

अखाड़ों ने रोका 'अमृत स्नान'

घटना के बाद भी आम श्रद्धालु स्नान करते रहे, लेकिन अखाड़ों ने अपना पारंपरिक 'अमृत स्नान' रोक दिया। वहीं, प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है।

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