Russia Ukraine War: क्या युद्ध में रूस का साथ दे रहा चीन, यूक्रेन ने दुनिया को दिखाए चीनी सैनिक
चंडीगढ़, 17 अप्रैल (ट्रिन्यू)
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के तीसरे वर्ष में एक नया मोड़ तब आया जब यूक्रेन ने दो चीनी युद्धबंदियों को मीडिया के सामने पेश किया। यह कदम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का उल्लंघन माना जा रहा है, लेकिन यूक्रेन ने इसे चीन की कथित संलिप्तता को उजागर करने के लिए जरूरी बताया।
यूक्रेन का दावा है कि ये चीनी नागरिक रूस की सेना के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे थे। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यहां तक कहा कि उनके पास 155 ऐसे चीनी नागरिकों की जानकारी है जो रूस की ओर से युद्ध में शामिल हैं।
चीन ने इस पर कड़ा विरोध जताया और खुद को युद्ध से अलग बताया। उसने यूक्रेन से "गैर-जिम्मेदाराना बयान" देने से बचने को कहा। बीजिंग का कहना है कि इन चीनी नागरिकों ने निजी स्तर पर यह निर्णय लिया और सरकार का इसमें कोई हाथ नहीं है।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक युद्धबंदियों ने भी स्वीकार किया कि उन्हें TikTok जैसे प्लेटफॉर्म्स पर दिखाए गए वीडियो से प्रेरणा मिली, जिनमें पैसे और सम्मान का वादा किया गया था। एक बंदी ने बताया कि कोविड-19 के बाद नौकरी जाने पर पैसे कमाने के लिए वह रूस गया, जहां उसे मेडिकल सेवा का वादा किया गया, लेकिन पहुंचते ही उसे बंदूक थमा दी गई।
यूक्रेन की यह कार्रवाई केवल चीन ही नहीं, पश्चिमी देशों को भी संदेश देने की कोशिश है। ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद अमेरिका से मिल रहा समर्थन कमजोर पड़ा है, वहीं रूस के हमले तेज हो गए हैं। इस बीच जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देश यूक्रेन को हथियार देकर समर्थन दे रहे हैं।
यह घटना चीन और रूस के संबंधों की गहराई को लेकर संदेह बढ़ाती है और यह सवाल खड़ा करती है कि क्या चीन चुपचाप रूस का साथ दे रहा है? यूक्रेन ने इस संदेह को दुनिया के सामने लाकर एक नया रणनीतिक मोर्चा खोल दिया है।