Red Fort blast : डॉ. उमर का हमले से पहले का वीडियाे आया सामने, आत्मघाती हमले को बता रहा ‘शहादत अभियान’
पुलवामा निवासी उमर, फरीदाबाद के धौज में अल-फ्लाह विश्वविद्यालय द्वारा संचालित एक निजी अस्पताल में काम करता था। अपने सहयोगी डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद वह गायब हो गया था। गनी की गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद से 2900 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी।
अब वायरल हो रहे वीडियो में उमर कहता है, 'सबसे गलतफहमी वाली अवधारणाओं में से एक वह है, जिसे आत्मघाती बम विस्फोट कहा गया है। यह एक शहादत अभियान है।' वह ऐसे अभियान के रूप में इसका वर्णन करता है जिसमें एक व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मृत्यु किसी खास जगह और समय पर होगी। वह आगे कहता है कि इस विचार के इर्द-गिर्द कई विरोधाभास और तर्क हैं।
विस्फोट और सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल की जांच कर रही एजेंसियों ने इस हफ्ते खुलासा किया कि उमर बेहद कट्टरपंथी था और अपने साथियों के साथ आत्मघाती बम विस्फोट पर खुलकर चर्चा करता था।
