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सुंदर नगरी पानी-पानी

दो घंटे मूसलाधार बरसे बादल : सुखना के फ्लड गेट खोले, सड़कों पर कई घंटे लगा रहा जाम
चंडीगढ़ के सेक्टर 17/18 डिवाडिंग सड़क के पास बारिश से लबालब सड़क में फंसे लोग। (इनसेट : पीजीआई कैंपस में भरा पानी। -ट्रिन्यू)
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देश के ज्यादातर हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मुंबई, दिल्ली से लेकर चंडीगढ़ तक आसमान से बरसी आफत के कारण लोगों को भारी मुसीबत झेलनी पड़ रही है। चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में मंगलवार को हुई तेज बारिश से सड़कें पानी से लबालब भर गईं। चंडीगढ़ कई सेक्टरों में पानी में गाड़ियां बंद हो गईं। कई जगह दो घंटे तक जाम लगा रहा और वाहन रेंगते नजर आए। सेक्टर 34, 35, 36, 37, 38 और शहर के विभिन्न सड़कों और गोल चक्करों पर जलभराव से जाम की स्थिति बनी रही। वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। मध्य मार्ग पर सबसे ज्यादा जाम लगा। मटका चौक, सेक्टर 17-18-9-8 लाइट पॉइंट और ट्रांसपोर्ट चौक सहित प्रमुख चौराहों पर यातायात धीमा रहा और जाम की स्थिति बनी रही। कई सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। पीजीआई और पंजाब विश्वविद्यालय में भी सड़कों पर पानी भरने से जाम लग गया और यहां से होते हुए न्यू चंडीगढ़ की ओर शहर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया।

शहर में मूसलाधार बारिश के बाद सुखना लेक का जलस्तर 1163 फुट के खतरे के निशान को पार कर गया। इसके बाद सुखना लेक के तीन में से दो फ्लड गेट खोले गए। इस मानसून सीजन में पांचवी बार फ्लड गेट खोले गए। हालांकि मंगलवार को पहली बार दो फ्लड गेट खोले गए। फ्लड गेट खुलने से बापू धाम कॉलोनी और सुखना चो पर बने शास्त्री नगर पुल पर पानी भर गया और वाहनों की आवाजाही बाधित रही। फ्लड गेट खोलने से बलटाना के निचले इलाकों में पानी भर गया। मनीमाजरा के पुराने रोपड़ रोड स्थित दुकानों में पानी भर गया।

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मुंबई से हिमाचल तक आफत, हवाई ट्रैफिक थमा

मंबई में भी मंगलवार को भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा। मुंबई की जीवन रेखा मानी जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। कई शहरों में सड़कों पर वाहन बंद होने से लंबा जाम लगा। मुंबई में भारी बारिश के कारण आठ उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। कई उड़ानों में देरी हुई। दिल्ली में यमुना उफान पर है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के कानोन गांव में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में एक पुल और तीन दुकानें बह गईं। पंजाब में ब्यास नदी के उफान पर होने से कई गांव जलमग्न हैं। कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी के मंड इलाकों में सैकड़ों एकड़ के खेत में बोई गई फसलों को बाढ़ से नुकसान पहुंचा है।

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