बाढ़ से पंजाब बेहाल, मान ने पीएम से मांगे राज्य के 60 हजार करोड़
दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहे पंजाब की दुर्दशा उजागर करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे राज्य के लिए 60 हजार करोड़ रुपये जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने दावा किया कि यह राशि केंद्र के पास अटकी हुई है। मान ने राज्य आपदा मोचन कोष में उपलब्ध धनराशि के मानदंडों में संशोधन की भी मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ कम से कम 50,000 रुपये देना चाहती है।
पंजाब के कई हिस्सों और चंडीगढ़ में रविवार को भारी बारिश हुई। ब्यास नदी का जलस्तर 2.35 लाख क्यूसेक तक बढ़ने के चलते प्रशासन ने सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। मौसम विभाग ने सोमवार को भी पंजाब के कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान जताया है। बाढ़ के हालात के मद्देनजर पंजाब सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में तीन सितंबर तक छुट्टियां बढ़ाने की घोषणा की है।
हरियाणा में भी दो सितंबर तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश, जबकि तीन सितंबर को कुछ जगहों पर भारी बारिश का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश के 6 जिलों- ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर के लिए सोमवार को भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। उधर, जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा लगातार छठे दिन स्थगित रही। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित होटल सहित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को तत्काल खाली कराने का आदेश जारी किया है।
वहीं, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मूसलाधार बारिश के कारण धौलीगंगा विद्युत परियोजना की दो सुरंगों के मुहाने पर भारी भूस्खलन हुआ। इसके चलते 19 कर्मचारी फंस गये। रात तक आठ कर्मचारियाें को बाहर निकाल लिया गया।
चार दिन से फंसी मां और शिशु को सेना ने बचाया
पंजाब के गुरदासपुर जिले के धनगई गांव में आंशिक रूप से जलमग्न एक इमारत की पहली मंजिल पर चार दिनों से फंसी एक महिला और उसके 15 दिन के बच्चे को सेना के जवानों ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। तीन किलोमीटर तक पानी की तेज धारा को नाव से पार किया गया और 15 किलोमीटर तक जलमग्न मार्ग को सेना के वाहन से पार किया गया।
अगस्त में रिकॉर्ड बारिश, सितंबर के लिए भी अलर्ट
बाढ़ से प्रभावित पंजाब में अगस्त में 253.7 मिमी बारिश हुई। यह न केवल सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक है, बल्कि पिछले 25 वर्षों में राज्य में अगस्त महीने में हुई सर्वाधिक बारिश भी है। हरियाणा में 194.5 मिमी बारिश हुई, जबकि इस महीने औसत बारिश 147.7 मिमी होती हैै। उत्तर-पश्चिमी भारत में अगस्त में सामान्य से 34.5 प्रतिशत ज्यादा 265 मि.मी. बारिश दर्ज की गई। यह साल 2001 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक और 1901 के बाद से 13वीं सबसे ज्यादा बारिश है। आईएमडी ने कहा कि सितंबर में विशेषकर उत्तराखंड, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है। इस बीच केंद्र ने हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में नुकसान के आकलन के लिए अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दलों का गठन किया है।