जनरल आसिम मुनीर के लिए पाकिस्तान में संविधान संशोधन, CDF बनाने की तैयारी
Pakistan Army: पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर (Asim Munir) को जल्द ही एक और पदोन्नति मिलने की संभावना है। पाक सरकार के प्रस्तावित 27वें संवैधानिक संशोधन के तहत उन्हें देश का पहला ‘चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज’ (CDF) बनाए जाने की तैयारी चल रही है।
रिपोर्टों के अनुसार, कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान सरकार ने आसिम मुनीर (Asim Munir) को फील्ड मार्शल की मानद उपाधि प्रदान की थी। यह फैसला भारत-पाकिस्तान मई संघर्ष के बाद लिया गया था, जिसमें भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान के कई हवाई ठिकानों, रडार, मिसाइल सिस्टम और कमांड केंद्रों को भारी नुकसान पहुंचा था।
संविधान संशोधन प्रस्ताव को पाकिस्तान की संघीय कैबिनेट ने मंजूरी देकर सीनेट में पेश कर दिया है। इसे अब नेशनल असेंबली और सीनेट की संयुक्त विधि एवं न्याय समितियों को समीक्षा के लिए भेजा गया है।
कानून मंत्री आज़म नज़ीर तारड़ ने बताया कि वर्तमान में चेयरमैन, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (CJCSC) का पद 27 नवम्बर को समाप्त कर दिया जाएगा, जब मौजूदा पदाधिकारी जनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा का कार्यकाल पूरा होगा। इसके बाद कोई नई नियुक्ति नहीं की जाएगी और सेना प्रमुख (COAS) ही चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज की भूमिका संभालेंगे।
तारड़ ने स्पष्ट किया कि फील्ड मार्शल का दर्जा केवल एक मानद उपाधि है, न कि कोई सक्रिय रैंक या नियुक्ति। यह जीवनभर के लिए मान्य होगी, और इसका निरसन केवल पाक संसद कर सकती है प्रधानमंत्री को यह अधिकार नहीं होगा।
संशोधन प्रस्ताव को लेकर राजनीतिक हलकों में बहस तेज हो गई है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने कहा है कि वह सशस्त्र बलों से जुड़े अनुच्छेद 243 में संशोधन का समर्थन करती है, परंतु 18वें संशोधन के तहत प्रांतीय स्वायत्तता में किसी भी कटौती का विरोध करेगी। वहीं जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (फज़ल) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इस विधेयक को संसद पर "हमला" बताया है।
संयुक्त संसदीय समिति रविवार को इस संशोधन पर आगे की चर्चा करेगी। यदि प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो जनरल आसिम मुनीर पाकिस्तान के इतिहास में पहले ‘चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज’ बन जाएंगे, जिससे देश की सैन्य कमान पूरी तरह उनके अधीन आ जाएगी।
