Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Pakistan: सिंध प्रांत में हिंदुओं का प्रदर्शन, मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे का किया विरोध

कराची, 2 जून (भाषा) Pakistan: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू समुदाय के सदस्यों ने हैदराबाद शहर में एक ऐतिहासिक मंदिर की छह एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन कराची से लगभग 185 किलोमीटर...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
सांकेतिक फोटो। iStock
Advertisement

कराची, 2 जून (भाषा)

Pakistan: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू समुदाय के सदस्यों ने हैदराबाद शहर में एक ऐतिहासिक मंदिर की छह एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन कराची से लगभग 185 किलोमीटर दूर मूसा खातियान जिले के टांडो जाम कस्बे में रविवार को हुआ।

Advertisement

हिंदू समुदाय की नेता सीतल मेघवार ने मीडिया से कहा, ‘‘इन लोगों ने मूसा खातियान में शिव मंदिर शिवाला की जमीन पर पहले ही अवैध निर्माण शुरू कर दिया है।'' महिलाओं और बच्चों सहित प्रदर्शनकारी पाकिस्तान दलित इत्तेहाद-पाकिस्तान द्रविड़ गठबंधन (पीडीआई) के आह्वान पर बाहर आए, जो हिंदू समुदाय के कल्याण और अधिकारों के लिए लड़ता है।

समुदाय के एक अन्य नेता राम सुंदर ने कहा, ‘‘मंदिर हमारे लिए पवित्र है और इन बिल्डरों ने समुदाय के श्मशान घाट सहित मंदिर के आसपास की जमीन पर निर्माण शुरू कर दिया है।''

प्रदर्शनकारियों ने सिंध में प्रभावशाली काशखेली समुदाय से संबंधित बिल्डरों के खिलाफ सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की। शहर में विभिन्न स्थानों पर धरना देने के बाद टांडो जाम प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बिल्डर ने शिव मंदिर तक पहुंचने के रास्ते भी बंद कर दिए हैं, जिससे समुदाय के सदस्यों के लिए साप्ताहिक पूजा-पाठ करना मुश्किल हो गया है।

पीडीआई के प्रमुख शिवा काची ने कहा, ‘‘पुलिस और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत देने के बावजूद कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। जमीन हड़पने वालों के राजनीतिक प्रभाव के कारण पुलिस अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं है।''

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार और स्थानीय अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो वे अगले चरण में हैदराबाद शहर में विरोध प्रदर्शन करेंगे और न्याय के लिए अदालतों का भी दरवाजा खटखटाएंगे।

Advertisement
×