PAK PM शहबाज शरीफ ने माना नूर खान बेस पर हुआ हमला, BJP नेता मालवीय ने की वीडियो पोस्ट
चंडीगढ़, 17 मई (ट्रिन्यू)
Operation Sindoor: भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए सैन्य हमले की पुष्टि अब खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कर दी है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की है। वीडियो में शहबाज शरीफ ने माना कि 10 मई की तड़के भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान के कई क्षेत्रों को निशाना बनाया, जिनमें इस्लामाबाद के पास स्थित नूर खान एयरबेस भी शामिल है।
अमित मालवीय ने अपने पोस्ट में लिखा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद स्वीकार किया है कि जनरल आसिम मुनीर ने उन्हें रात 2:30 बजे फोन किया। मुनीर ने बताया कि भारत ने नूर खान एयर बेस और कई अन्य स्थानों पर बमबारी की है. इसे समझें- प्रधानमंत्री को आधी रात को पाकिस्तान के अंदर हमलों की खबर के साथ जगाया गया।
शहबाज शरीफ ने बताया कि उन्हें 2:30 बजे रात को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का फोन आया, जिसमें उन्हें भारतीय हमलों की जानकारी दी गई। ये हमले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किए गए थे, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।
भारत की ओर से की गई यह सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत अंजाम दी गई, जिसमें वायुसेना, थलसेना और नौसेना तीनों की भूमिका रही। भारत ने मिसाइलों और ड्रोन के ज़रिए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी शिविरों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। सैटेलाइट इमेजों से भी इन ठिकानों पर हुई भारी क्षति की पुष्टि हुई है।
भारत के इस एक्शन के बाद पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) के पार से जवाबी फायरिंग और ड्रोन/मिसाइल हमले किए गए, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया।
हालात तनावपूर्ण हो गए थे, और दोनों देशों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। दोपहर करीब 5 बजे संघर्षविराम की घोषणा की गई। इसके तहत जमीन, हवा और समुद्र के जरिए सभी सैन्य कार्रवाइयां रोकी गईं। हालांकि भारत का कहना है कि संघर्षविराम के बावजूद पाकिस्तानी ड्रोन अब भी भारतीय सीमा में उड़ान भरते देखे गए हैं।
भारत ने यह भी साफ कर दिया है कि अप्रैल हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित रखने का फैसला बरकरार रहेगा। यह पहली बार है जब किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से भारत के अंदर हमलों की पुष्टि की है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।