विपक्ष ने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
नयी दिल्ली, 3 जून (एजेंसी)
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के 16 घटक दलों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। विपक्ष ने यह मांग पहलगाम आतंकी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अमेरिका की ओर से की गई संघर्षविराम घोषणा जैसे अहम राष्ट्रीय सुरक्षा विषयों पर चर्चा के लिए की है।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सहित 16 विपक्षी दलों के लोकसभा नेताओं ने इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। हस्ताक्षर करने वालों में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हैं।
विपक्ष की दलीलें
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि यह विषय केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतांत्रिक जवाबदेही से जुड़ा हुआ है। विपक्षी दल चाहते हैं कि सरकार संसद में विस्तृत जानकारी दे और सभी पक्षों को विचार रखने का अवसर दे।
दीपेंद्र ने कहा कि संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता, पहलगाम हमले की गंभीरता और अमेरिका की भूमिका जैसे मुद्दों पर खुली चर्चा होनी चाहिए।
तृणमूल नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि सरकार संसद को जवाबदेह है, और संसद देश की जनता के प्रति। ऐसे में विशेष सत्र बुलाया जाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है।
कूटनीति पर सवाल, सेना को सलाम
सपा नेता रामगोपाल यादव ने केंद्र सरकार की कूटनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम जानना चाहते हैं कि कौन-कौन से देश भारत के समर्थन में खुलकर सामने आए। ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिला, जो चिंताजनक है।
उन्होंने कटाक्ष किया कि प्रधानमंत्री के मित्र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्षविराम की घोषणा की, जिससे दुनिया में यह संदेश गया कि भारत को मजबूरी में युद्धविराम करना पड़ा।
शिवसेना (उद्धव) नेता संजय राउत ने कहा कि अगर अमेरिका के कहने पर संघर्षविराम हो सकता है, तो विपक्ष के आग्रह पर विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया जा सकता? क्या हमें इसके लिए भी राष्ट्रपति ट्रंप के पास जाना पड़ेगा?
आप की दूरी, एनसीपी (एसपी) की अनुपस्थिति
आम आदमी पार्टी इस बैठक में शामिल नहीं हुई, लेकिन पार्टी के सूत्रों के अनुसार वह अलग से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विशेष सत्र की मांग करेगी। एनसीपी (शरद पवार गुट) की नेता सुप्रिया सुले विदेश यात्रा पर होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सकीं। संजय राउत ने कहा कि शरद पवार हमारे साथ हैं। जब मैं मुंबई जाऊंगा, तो उनसे इस विषय पर बात करूंगा।