अंकिता भंडारी हत्याकांड में अभी भी कई सवाल अनुत्तरित, कौन था 'एक्स्ट्रा सर्विस' मांगने वाला VIP
चंडीगढ़, 31 मई (वेब डेस्क)
Ankita Bhandari Murder Case: उत्तराखंड की अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीनों दोषियों पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को कोर्ट द्वारा आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद जहां एक ओर परिवार को आंशिक राहत मिली है, वहीं इस मामले से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल अब भी अनुत्तरित हैं। सबसे बड़ा सवाल अब भी यही है: "कौन था वह वीआईपी, जिसके लिए 'एक्स्ट्रा सर्विस' देने का दबाव अंकिता पर बनाया गया?"
उत्तराखंड कांग्रेस नेत्री गरिमा दौसनी ने एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “जिस BJP विधायक ने क्राइम सीन को नष्ट करने की कोशिश की, उस पर कोई कानूनी टिप्पणी क्यों नहीं हुई?” उन्होंने सरकार पर केस को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि CBI जांच की मांग और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई से भी इनकार किया गया।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीनों आरोपियों को कोर्ट ने दोषी ठहराया है।
ऐसे में बड़ी बात ये भी है कि जिस BJP विधायक ने क्राइम सीन को ध्वस्त किया, उसके ऊपर अभी तक कोर्ट ने कोई टिप्प्णी नहीं की है।
BJP का कहना है कि इस केस में हम जो कर सकते थे, हमने किया, लेकिन सच ये है कि BJP के… pic.twitter.com/N2Lh0oP0Li
— Uttarakhand Congress (@INCUttarakhand) May 31, 2025
मृतका की मां सोनी देवी और पिता वीरेंद्र भंडारी का भी कहना है कि जब तक हत्यारों को फांसी की सजा नहीं मिलती, उन्हें न्याय अधूरा लगता है। मां सोनी देवी के आंसू छलक आए। उन्होंने कहा कि अभी बड़ी लड़ाई लड़नी है ताकि हत्यारों को फांसी की सजा मिले और किसी की भी बेटी के साथ ऐसा करने से पहले लोग हजार बार सोचें।
पौड़ी जिले के कोटद्वार में फैसला आने के बाद मीडिया से बातचीत में देवी ने कहा कि वह इससे संतुष्ट तो नहीं हैं लेकिन इससे उनकी बेटी की आत्मा को थोड़ी शांति तो जरूर मिली होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें संतुष्टि तो तभी होगी जब उनके जीते जी उनकी बेटी के हत्यारों को फांसी की सजा मिलेगी।
उन्होंने सुबकते हुए कहा कि हत्यारों ने न केवल उनकी बेटी के साथ बुरा किया बल्कि उनकी जिंदगी भी नर्क बना दी । उन्होंने कहा कि एक बेटी को खोने का दुख एक मां ही समझ सकती है। उन्होंने समर्थन के लिए लोगों का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी वजह से आज पहली जीत मिली है ।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर हाई कोर्ट जाएंगी तो उन्होंने कहा, 'क्यों नहीं।” अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि वह अपनी बेटी के हत्यारों को मृत्युदंड दिलाना चाहते हैं, इसलिए वह निचली अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे।
वीरेंद्र भंडारी ने संवाददाताओं से कहा, “हमारी मांग है कि जिस तरह से उन्होंने हमारी बेटी को मारा, उसी तरह उन्हें भी मृत्युदंड मिलना चाहिए।” उन्होंने यमकेश्वर से भाजपा विधायक रेणु बिष्ट और एक "अति विशिष्ट व्यक्ति" की संलिप्तता की भी जांच की मांग की, जिनका नाम इस मामले में सामने आया है। (भाषा के इनपुट के साथ)