AI की साजिश से बुझ गई जिंदगी : 16 साल के किशोर ने डर के साए में की आत्महत्या
ट्रिब्यून वेब डेस्क
चंडीगढ़, 4 जून
शातिर साइबर अपराधियों की चाल ने एक किशोर के उज्ज्वल भविष्य को अंधकार में डुबो दिया। अमेरिका में 16 वर्षीय एलिजाह हीकॉक ने आत्महत्या कर ली, जब उसे एक फर्जी अश्लील तस्वीर भेजकर ब्लैकमेल किया गया। तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से तैयार की गई थी, और उसे धमकी दी गई कि अगर उसने 2.5 लाख रुपये (करीब 3,000 डॉलर) नहीं चुकाए, तो यह तस्वीर उसके दोस्तों और परिवार को भेज दी जाएगी।
एलिजाह के परिवार ने बताया कि वह बेहद खुशमिजाज, संवेदनशील और सामाजिक किशोर था। उसके व्यवहार में न कोई अवसाद था, न ही आत्महत्या जैसे किसी कदम की आशंका। लेकिन एक एआई-निर्मित झूठ और डिजिटल ब्लैकमेलिंग ने उसकी मानसिक शांति छीन ली और अंततः उसे ऐसा भयावह निर्णय लेने पर मजबूर कर दिया।
यह मामला न सिर्फ एआई के अनियंत्रित इस्तेमाल पर सवाल खड़े करता है, बल्कि बढ़ते ‘सेक्सटॉर्शन’ जैसे साइबर अपराधों को लेकर भी चिंता बढ़ा रहा है। एलिजाह की मौत को तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन उसका परिवार अब भी न्याय की लड़ाई लड़ रहा है।
युवाओं को साइबर जागरूकता से लैस करें
परिजन का कहना है कि इस दर्दनाक घटना को सिर्फ एक निजी क्षति न समझा जाए, बल्कि इसे एक चेतावनी के तौर पर देखा जाए — कि किस तरह तकनीक के दुरुपयोग से मासूम जिंदगी तबाह हो सकती है। उनका आह्वान है कि सरकारें, स्कूल और समाज मिलकर युवाओं को साइबर जागरूकता से लैस करें, ताकि कोई और एलिजाह ऐसी साजिश का शिकार न बने।