धनतेरस से पहले बुजुर्गों को ‘लक्ष्मी’ का तोहफा
हरियाणा सरकार ने बढ़ाई बुढ़ापा पेंशन, अब मिलेगी 3200 रुपये महीना
हरियाणा की भाजपा सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले वर्ष के समापन पर प्रदेश के बुजुर्गों को दीपावली से पहले तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन में 200 रुपये मासिक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। अब राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को 3000 के बजाय 3200 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी। बढ़ी हुई पेंशन पहली नवंबर (हरियाणा दिवस) से लागू होगी और दिसंबर से लाभार्थियों के खातों में जमा होना शुरू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में अपनी सरकार के एक साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘खुशहाल हरियाणा, सुरक्षित हरियाणा’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना को और मजबूत करते हुए वृद्धजनों, विधवाओं, दिव्यांगजनों और विशेष जरूरतमंद बच्चों के लिए यह निर्णय लिया गया है। सैनी ने कहा कि हरियाणा देश का सबसे अधिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने वाला
राज्य है।
यह बढ़ोतरी राज्य के उन लाखों परिवारों को राहत देगी, जो पेंशन पर अपनी मासिक जरूरतें पूरी करते हैं। इस फैसले से राज्य के करीब 37 लाख लाभार्थी लाभान्वित होंगे। इनमें से 22.13 लाख वृद्धजन, 8.93 लाख विधवाएं, 2.45 लाख विशेष श्रेणी के बच्चे और 2.11 लाख दिव्यांगजन शामिल हैं।
‘सिस्टम से जुड़ी बढ़ोतरी’
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि उनकी सरकार ने पेंशन बढ़ोतरी को किसी राजनीतिक घोषणा के बजाय एक ‘सिस्टम आधारित प्रक्रिया’ से जोड़ा है। पेंशन को महंगाई सूचकांक से लिंक किया गया है, ताकि जरूरत के अनुसार समय-समय पर स्वतः वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि कोई भी बुजुर्ग, विधवा या दिव्यांगजन अपने जीवनयापन के लिए असहाय न रहे। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है।
अफवाहों पर विराम
रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सोशल मीडिया पर यह चर्चा जोरों पर थी कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन 3500 रुपये प्रति माह कर दी गई है। हालांकि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा था कि आधिकारिक घोषणा मुख्यमंत्री ही करेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री सैनी ने स्वयं स्पष्ट किया कि बढ़ी हुई पेंशन 3200 रुपये तय की गई है।
पिछली सरकारों से अब तक ऐसे बढ़ी पेंशन
कांग्रेस शासनकाल के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के समय तक पेंशन 1000 रुपये मासिक थी। हुड्डा ने सत्ता में रहते हुए ही नवंबर 2014 से पेंशन बढ़ाकर 1500 करने का ऐलान किया था, लेकिन भाजपा ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया। भाजपा ने 2000 पेंशन का चुनावी वादा किया था। मनोहर सरकार ने इस वादे को पांच वर्षों में यानी हर साल 200 की बढ़ोतरी करते हुए पूरा किया। इसके बाद 2019 से 2024 की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में 250 रुपये के हिसाब से सालाना बढ़ोतरी हुई और पेंशन बढ़कर 3000 पहुंची। नायब सरकार में यह पहली बढ़ोतरी है।