Kedarnath Yatra 2025: ‘जय बाबा केदार' के जयकारों व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खुले श्री केदारनाथ धाम के कपाट
देहरादून, 2 मई (भाषा)
Kedarnath Yatra 2025: सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार सुबह केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए फिर खोल दिए गए। रुद्रप्रयाग जिले में ग्यारह हजार फुट से अधिक की उंचाई पर स्थित ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग के कपाट खुलने के मौके पर मंदिर प्रांगण में हजारों श्रद्धालुओं के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।
ठंड के बावजूद अपार उत्साह से भरे श्रद्धालु ‘बम-बम भोले' और ‘जय बाबा केदार' के जयकारे लगा रहे थे। इस मौके पर भगवान शिव के धाम को देश-विदेश से मंगाए गए विभिन्न प्रकार के 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।
तीस अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। उत्तराखंड के चार धामों में शामिल बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को खुलेंगे और इसी के साथ इस वर्ष की चारधाम यात्रा की पूरी तरीके से विधिवत शुरुआत हो जाएगी।
हर साल सर्दियों में भीषण ठंड के कारण चारों धामों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं। मंदिर के कपाट छह महीने के लिए खुले रहते हैं और इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु इन धामों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पिछले साल करीब 48 लाख श्रद्धालु हिमालयी धामों में पहुंचे।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल ने यहां बताया कि इस बार केदारनाथ में श्रद्धालुओं को एक नयी बात देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि काशी, हरिद्वार और ऋषिकेश मे होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर इस बार यहां मंदिर के किनारे मंदाकिनी और सरस्वती के संगम पर ‘भव्य आरती' शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आरती के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गयीं हैं। उन्होंने बताया कि दोनों नदियों के संगम पर तीन ओर से रैंप बनाए गए हैं, जिससे श्रद्धालु उसके दर्शन कर सकें।