राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर जारी एक विशेष पाठ में भारत के बंटवारे के लिए मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन को जिम्मेदार ठहराया गया है। पाठ में यह भी उल्लेख किया गया है कि विभाजन के बाद कश्मीर एक नयी समस्या के रूप में उभरा और इसने देश की विदेश नीति के लिए चुनौती पैदा की।
‘विभाजन के अपराधी’ शीर्षक वाले खंड में कहा गया है, ‘भारत का विभाजन गलत विचारों के कारण हुआ। विभाजन के लिए तीन तत्व जिम्मेदार थे- जिन्ना, जिन्होंने इसकी मांग की; दूसरा कांग्रेस, जिसने इसे स्वीकार किया; और तीसरे माउंटबेटन, जिन्होंने इसे लागू किया। ...माउंटबेटन ने सत्ता हस्तांतरण की तारीख जून 1948 से घटाकर अगस्त 1947 कर
दी। सीमांकन जल्दबाजी में
किया गया।’
एनसीईआरटी ने छठी कक्षा से आठवीं और नौवीं कक्षा से 12वीं के लिए दो अलग-अलग पाठ प्रकाशित किए हैं। ये नियमित पाठ्यपुस्तकों का हिस्सा नहीं हैं और इनका इस्तेमाल परियोजनाओं, पोस्टरों, चर्चाओं और वाद-विवादों के माध्यम से किया जाना है।