Jhajjar News: झज्जर की सरकारी लाइब्रेरी में घुसे दो दर्जन युवक, मचाया उत्पात, फर्नीचर तोड़ा
झज्जर, 12 जुलाई (हमारे प्रतिनिधि)
Jhajjar News: हरियाणा के हिसार जिले के एक गांव के निजी स्कूल में छात्रों द्वारा स्कूल प्राचार्य पर चाकू से हमला कर उनकी जघन्य हत्या किए जाने का मामला अभी थमा भी नहीं था कि इसी मामले से मिलते-जुलते एक मामले ने झज्जर में पुलिस की चुस्ती और दक्षता को एक बार फिर से चुनौती दे डाली।
मामला झज्जर की उस पुरानी तहसील परिसर की सरकारी लाइब्रेरी का है जहां की कुछ ही दूरी पर पुलिस का सीआईए स्टॉफ और महिला पुलिस थाना है। बताया जाता है कि इस सरकार लाइब्रेरी में क्षेत्र के ही कुछ बच्चे पढ़ने आते है। इनमें कुछ छात्राएं भी शामिल है। शनिवार को बाबू बालमुकन्द के नाम से बनी इसी सरकारी लाइब्रेरी में सुबह के समय एक लड़की के साथ किसी बात को लेकर एक छात्र का विवाद हुआ था।
छात्र की माने तो उसी दौरान मामले में बनी गलतफहमी भी लड़की से दूर कर ली गई थी, लेकिन उस घटना के कुछ ही देर बाद करीब दो दर्जन बाहरी युवक इस सरकारी लाइब्रेरी में आ घुसे। आरोप है कि इन युवकों ने इस सरकारी लाइब्रेरी में जमकर उत्पात मचाया और लाइब्रेरी इंचार्ज के कार्यालय में घुस गए और यहां फर्नीचर को तोड़ डाला। इतना हीं नहीं इन युवकों ने यहां पर मौजूद सुरहेती गांव के अंकित देशवाल नामक युवक पर जमकर लातघूंसे बरसाए।
इन युवकों ने इस युवक पर ताबड़तोड़ हमला किया और लाठी-डंडों से हमला करते हुए उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया। लाइब्रेरी इंचार्ज प्रीती की माने तो मामले की गंभीरता को भांपकर उन्होंने उसी दौरान ही लाइब्रेरी के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को महिला थाना को सूचना देने और पुलिस को बुलाने के लिए भेजा, लेकिन वहां पर मौजूद महिला पुलिस कर्मियों ने मौके पर आने की बजाय उलटा इस मामले की सूचना डॉयल 112 पर किए जाने की सलाह दे डाली। तब तक उत्पाती युवक अपना काम कर वहां से फरार हो चुके थे।
लाइब्रेरी इंचार्ज ने इस दौरान महिला पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल भी उठाए। उन्होंने कहा कि यदि सूचना के बाद महिला पुलिस मौके पर आ जाती तो न तो यहां लाइब्रेरी में फर्नीचर का नुकसान हो पाता और न ही लाइब्रेरी के इस छात्र अंकित के साथ इस प्रकार से मारपीट कर उसे बुरी तरह से जख्मी किया जाता।
उन्होंने कहा कि बाद में डाॅयल 112 की सूचना पर ही पुलिस की दो पीसीआर यहां पर पहुंची थी,लेकिन तब तक आरोपी युवक घटना को अंजाम देकर वहां से फरार हो चुके थे। लाइब्रेरी इंचार्ज ने लाइब्रेरी की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए है। उनका कहना है कि पहले भी इस प्रकार की घटनाएं यहां पर घटित हो चुकी है। यहां हर समय लाइब्रेरी व यहां मौजूद छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर हमेशा ही खतरा बना रहता है।
उधर बताया यह भी गया है कि जहां डॉयल 112 की सूचना पर दो पीसीआर यहां पर पहुंची थी, लेेकिन सिटी पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद भी पुलिस कई घंटे बीत जाने के बाद भी यहां नहीं पहुंची थी। इन बाहरी युवकों की मारपिटाई से बुरी तरह जख्मी हुए अंकित देशवाल ने नागिरक अस्पता में अपना मैडिकल कराया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्ती कार्यवाहीं किए जाने की मांग की है।