इस्राइल ने UN सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलायी, हमास पर बंधकों को भूखा रखने का आरोप लगाया
UN Security Council Meeting: इस्राइल ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाकर अपने बंधकों की रिहाई की मांग की। इस्राइल ने बंधकों की हालत को देखते हुए यह बैठक बुलायी थी।
दरअसल हाल में एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक बंधक एव्यातर डेविड को अपनी ही कब्र खोदते हुए दिखाया गया है। न केवल फलस्तीनियों ने बल्कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अधिकांश सदस्यों ने गाजा में दो महीने से जारी नाकेबंदी और संघर्षरत क्षेत्र में पर्याप्त भोजन न पहुंचाने देने के लिए इस्राइली सरकर तथा सेना को दोषी ठहराया है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 100 से अधिक लोगों की भुखमरी के कारण मौत हो गयी है जिनमें कई बच्चे शामिल हैं। वहीं इस्राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने परिषद के कुछ अन्य सदस्यों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया पर ‘‘झूठ फैलाने'' का आरोप लगाया। वह परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क आए हैं।
उन्होंने कहा कि सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इस्राइल में हुए हमले के बाद हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को भूखा रखा गया, जबकि ‘‘आतंकवादी मांस, मछली और सब्जियां खा रहे हैं।'' सार ने दावा किया कि इस्राइल, गाजा में ‘‘भारी मात्रा में सहायता सामग्री'' पहुंचने दे रहा है, लेकिन हमास उन खाद्य सामग्री को लूट रहा है और उन्हें बेचकर पैसे कमा रहा है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है कि ऐसा कोई सबूत नहीं है।
इस्राइल के शीर्ष राजनयिक ने यह भी आरोप लगाया कि हमास, इस्राइल के साथ युद्ध जारी रखना चाहता है, न कि युद्धविराम के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन की राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने सभी बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए देश के समर्थन को दोहराया तथा दुष्प्रचार के उद्देश्य से उनकी परेड कराने की निंदा करते हुए इसे ‘‘घृणित'' कृत्य बताया।
कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत डोरोथी शीया ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वीकार किया है कि गाजा में भुखमरी है और अमेरिका नागरिकों को सहायता पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन के राजदूत रियाद मंसूर ने 24 वर्षीय एव्यातर डेविड के ‘‘व्यथित करने वाले वीडियो'' पर कहा, ‘‘हम किसी के भी साथ, विशेषकर बंधक बनाए गए व्यक्तियों के खिलाफ सभी प्रकार के अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार को अस्वीकार करते हैं।'' साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘इस्राइल दुनिया से भुखमरी के खिलाफ खड़ा होने की मांग कर रहा है जबकि वास्तव में वह एक बड़ी आबादी को भूखा मार रहा है।''