INDO-PAK Ceasefire: ट्रंप ने कहा- अमेरिका भारत व पाकिस्तान के बीच 'मददगार भूमिका' निभाकर गौरवान्वित
INDO-PAK Ceasefire: ट्रंप ने भरोसा जताया कि वह कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करेंगे
न्यूयॉर्क, 11 मई (एजेंसियां)
INDO-PAK Ceasefire: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते की सराहना करते हुए इसे एक "ऐतिहासिक और वीरतापूर्ण निर्णय" करार दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि भारत और पाकिस्तान को ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय तक पहुंचने में मदद करने में अमेरिका सक्षम रहा।
उन्होंने कहा कि यह फैसला दोनों देशों के नेतृत्व की “सशक्त, अडिग और बुद्धिमत्तापूर्ण सोच” का परिणाम है। ट्रंप ने भरोसा जताया कि वह कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करेंगे।
ट्रंप ने Truth Social पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व की इस बात के लिए सराहना करता हूं कि उन्होंने समझदारी दिखाई और उस आक्रामकता को रोका, जो विनाश और व्यापक जनहानि का कारण बन सकती थी। लाखों निर्दोष लोगों की जान जा सकती थी। आपके साहसी फैसले ने आपकी विरासत को और भी महान बना दिया है।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका इस निर्णय में "मददगार भूमिका" निभाकर गौरवान्वित है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों में वृद्धि करेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मैं भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या हम ‘हज़ारों वर्षों’ के बाद कश्मीर के मुद्दे का समाधान खोज सकते हैं।” उन्होंने दोनों देशों के नेतृत्व को “शानदार कार्य” के लिए आशीर्वाद भी दिया।
इससे पहले शनिवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच हुए समझौते के तहत लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई, गोलीबारी और हवाई गतिविधियों को रोकने पर सहमति बनी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि दोनों देशों ने शाम 5 बजे से संघर्षविराम लागू करने का निर्णय लिया है। यह घोषणा उस समय आई जब ट्रंप ने संघर्षविराम की जानकारी सार्वजनिक की और इसे अमेरिका की राजनयिक सफलता बताया।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी लॉन्च पैड्स पर करारा जवाबी हमला किया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।
अब इस संघर्षविराम और अमेरिका की मध्यस्थता की संभावित भूमिका के चलते कश्मीर विवाद पर अंतरराष्ट्रीय निगाहें एक बार फिर केंद्रित हो गई हैं।