इंडिगो की 1650 फ्लाइट्स बहाल, 650 उड़ानें अब भी रद्द
उधर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि इंडिगो के मौजूदा परिचालन संकट के कारण यात्रियों को मानसिक प्रताड़ना और परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस संकट को लेकर जवाबदेही तय की जाएगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा। डीजीसीए ने मौजूदा स्थिति के कारणों का पता लगाने और निवारण उपायों की सिफारिश करने के लिए चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। डीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि चार सदस्यीय समिति की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
610 करोड़ रुपये रिफंड किए
इंडिगो ने रद्द या अत्यधिक विलंबित उड़ानों के लिए अब तक 610 करोड़ रुपये के रिफंड की प्रक्रिया पूरी कर ली है। शनिवार तक 3000 नग सामान यात्रियों तक पहुंचाया। सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी। सरकार ने कहा कि देश का विमानन नेटवर्क तेजी से सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा है। यात्रियों की सहायता के लिए विशेष सहायता केंद्र बनाए गए हैं, ताकि रिफंड और दोबारा बुकिंग से जुड़े मुद्दों का त्वरित समाधान हो सके।
संसदीय समिति कर सकती है जवाब तलब
इंडिगो की उड़ानों के रद्द होने के कारण यात्रियों को हुई परेशानी के मामले में एक संसदीय समिति निजी विमानन कंपनी के शीर्ष अधिकारियों और डीजीसीए को तलब कर सकती है। जदयू नेता संजय झा की अध्यक्षता वाली परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसदीय स्थायी समिति, विमानन कंपनी के शीर्ष अधिकारियों और डीजीसीए तथा नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों से हवाई सेवाओं में व्यवधान के कारणों और उसके समाधानों पर स्पष्टीकरण मांग सकती है। समिति ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
