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IAS Pooja Khedkar: ट्रेनी आईएएस पूजा खेड़कर से जुड़ा एक और विवाद, पढ़ें विवादों के बारे में

मुंबई, 12 जुलाई (भाषा) IAS Pooja Khedkar: महाराष्ट्र में ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेडकर इन दिनों विवादों में हैं। उनके नाम पर करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि वह लगभग 17-22 करोड़ की संपत्ति...
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पूजा खेडकर। -फाइल फोटो
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मुंबई, 12 जुलाई (भाषा)

IAS Pooja Khedkar: महाराष्ट्र में ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेडकर इन दिनों विवादों में हैं। उनके नाम पर करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि वह लगभग 17-22 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं। इसके अलावा वह अपनी नियुक्ति को लेकर भी विवादों में हैं।

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खेडकर पर यह भी आरोप है कि उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (आईएएस) में एक पद हासिल करने के लिए दिव्यांगता प्रावधान और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का दुरुपयोग किया। इस बीच, एक बयान में केंद्र ने कहा कि खेडकर के विवरणों के दावों को सत्यापित करने के लिए एक अतिरिक्त सचिव-रैंक अधिकारी द्वारा जांच की जाएगी।

अब उन पर एक और आरोप लगा है। पूजा खेडकर ने चोरी के एक आरोपी को रिहा करने के लिए डीसीपी-रैंक के एक अधिकारी पर दबाव बनाने की कथित तौर पर कोशिश की थी। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पनवेल पुलिस थाने में 18 मई को खेडकर ने पुलिस उपायुक्त विवेक पानसरे को कथित तौर पर फोन कर चोरी के मामले में गिरफ्तार ट्रांसपोर्टर ईश्वर उत्तरवाड़े को रिहा करने का आग्रह किया था।

अधिकारी ने बताया कि खेडकर ने डीसीपी से कहा कि उत्तरवाडे निर्दोष हैं और उनके खिलाफ मामूली आरोप हैं। अधिकारी ने कहा कि हालांकि खेडकर ने पानसरे को सिर्फ फोन पर अपनी पहचान बताई थी, लेकिन डीसीपी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि फोन करने वाला सचमुच आईएएस अधिकारी है या फिर खुद को आईएएस बता रहा कोई धोखेबाज है।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने फोन पर कोई कोई कदम नहीं उठाया और कथित अपराध के लिए उत्तरवाडे अभी भी न्यायिक हिरासत में है। खेड़कर हाल ही में तब सुर्खियों में आईं जब प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही अलग केबिन और कर्मचारी जैसी मांगों को लेकर विवाद खड़ा करने पर उन्हें पुणे से वाशिम जिले में स्थानांतरित कर दिया गया था।

अधिकारी ने कहा कि 32 वर्षीय ट्रेनी आईएएस के आचरण के बारे में जानने के बाद नवी मुंबई पुलिस ने पुणे कलेक्टर कार्यालय और गृह विभाग के एक वरिष्ठ कर्मचारी से संपर्क किया।

उन्होंने कहा कि गृह विभाग के अधिकारी की सलाह पर डीसीपी पानसरे ने नवी मुंबई पुलिस आयुक्त मिलिंद भारम्बे के माध्यम से मुख्य सचिव सुजाता सौनिक (गृह विभाग, अतिरिक्त प्रभार) को कथित फोन कॉल के बारे में दो पन्नों की रिपोर्ट भेजी।

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