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राफेल में राष्ट्रपति : अम्बाला से भरी उड़ान, 30 मिनट में 200 किलोमीटर

दो लड़ाकू विमानों में उड़ान भरने वाली देश की पहली राष्ट्रपति बनीं मुर्मू
उड़ान के दौरान विक्ट्री साइन बनातीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू। -प्रेट्र
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सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को अम्बाला स्थित वायुसेना स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। उन्होंने इसे अविस्मरणीय अनुभव बताया। वह दो लड़ाकू विमानों में उड़ान भरने वाली देश की पहली राष्ट्रपति बन गई हैं। अप्रैल 2023 में उन्होंने असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन पर सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी थी।

अम्बाला में राफेल को 17वीं स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन अमित गेहानी ने उड़ाया। विमान ने लगभग 30 मिनट तक उड़ान भरी और करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद वापस वायुसेना स्टेशन पर लौटा। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, राफेल ने समुद्र तल से लगभग 15,000 फुट की ऊंचाई पर और लगभग 700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरी। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहे।

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इससे पहले, सुबह वायुसेना स्टेशन पहुंचने पर राष्ट्रपति को औपचारिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। राष्ट्रपति ने बाद में विजिटर बुक में लिखा, ‘राफेल में उड़ान भरना मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। इस शक्तिशाली विमान पर इस पहली उड़ान ने मेरे अंदर देश की रक्षा क्षमताओं के प्रति गर्व की एक नयी भावना जगाई है। मैं भारतीय वायुसेना और अम्बाला वायुसेना स्टेशन की पूरी टीम को इस सफल आयोजन के लिए बधाई देती हूं।’ राष्ट्रपति का हरियाणा सरकार की ओर से ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने स्वागत किया। इस दौरान अम्बाला मंडलायुक्त संजीव वर्मा, आईजी अंबाला रेंज पंकज नैन, उपायुक्त अजय सिंह तोमर, पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह आदि भी मौजूद रहे।

राष्ट्रपति मुर्मू के साथ स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह।

पाक ने जिस पायलट को पकड़ने का किया था झूठा दावा, उसके साथ तस्वीर

 

राष्ट्रपति मुर्मू ने राफेल में उड़ान भरने से पहले स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ फोटो खिंचवाई। वह देश की पहली महिला राफेल लड़ाकू विमान पायलट हैं। पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान शिवांगी सिंह को पकड़े जाने का दावा किया गया था। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) फैक्ट चेक ने 10 मई को इस दावे को फर्जी बताया था।

 

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