हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण मानसून के इस सीजन में अब तक 1247.34 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। राजस्व विभाग के अनुसार, लोक निर्माण विभाग को कुल 552.27 करोड़ रुपये, जल शक्ति विभाग को 453.69 करोड़ रुपये, बिजली विभाग को 139.46 करोड़ रुपये, बागवानी विभाग को 27.43 करोड़ रुपये, शिक्षा विभाग को 20.45 करोड़ रुपये, ग्रामीण विकास विभाग को 14.39 करोड़ रुपये, कृषि
विभाग को 11.45 करोड़ रुपये, शहरी विकास विभाग को 4.11 करोड़ रुपये और पशुपालन विभाग को 16 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
इस बीच, कुल्लू जिले में भारी बारिश के दौरान एक पिकअप ट्रक पर चट्टान गिरने से उसका चालक और एक यात्री घायल हो गए। राज्य में बारिश के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 435 सड़कें बंद हैं। इनमें से 260 सड़कें आपदा प्रभावित मंडी जिले की हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 28 जुलाई तक राज्य के अनेक इलाकों में भारी बारिश की आशंका है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य भर में छिटपुट स्थानों पर भारी और अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रही। ऊना ज़िले के अंब में 90 मिमी बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है, जबकि हमीरपुर के भरारी में 70 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई। इसी प्रकार, कसौली में 44 मिमी, कांगड़ा जिले के देहरा गोपीपुर में 43 मिमी, बिलासपुर में 40.2 मिमी, कुफरी में 34.2 मिमी, नारकंडा में 32.5 मिमी, ऊना में 28.6 मिमी, सुंदरनगर में 27.7 मिमी, कांगड़ा में 26.8 मिमी, शिमला में 26.9 मिमी, भुंतर में 21.8 मिमी, मंडी में 19.8 मिमी, पालमपुर में 19.6 मिमी, मनाली में 19 मिमी, धर्मशाला में बारिश हुई।