Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

न्याय की भाषा सब तक पहुंचे इसके लिए ली जा रही AI की मदद: CJI डीवाई चंद्रचूड़

चंडीगढ़, 10 अगस्त (ट्रिन्यू) CJI DY Chandrachud: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ शनिवार को पीजीआई के 37वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे। इसके अलावा उन्होंने ‘द लीडरशिप ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडियन कोर्ट’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन में भी हिस्सा...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
पीजीआई में कन्वोकेशन को संबोधित करते मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़। वीडियो ग्रैब
Advertisement

चंडीगढ़, 10 अगस्त (ट्रिन्यू)

CJI DY Chandrachud: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ शनिवार को पीजीआई के 37वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे। इसके अलावा उन्होंने ‘द लीडरशिप ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडियन कोर्ट’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन में भी हिस्सा लिया।

Advertisement

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अदालतों के फैसले अंग्रेजी में होते हैं। कई बार आम आदमी इस भाषा को समझ नहीं पाता। आम आदमी भी न्याय की भाषा को समझ सके, इसके लिए फैसलों को अलग-अलग भाषाओं में अनुवाद किया जा रहा है।

Advertisement

उन्होंने कहा कि अब तक 22 हजार फैसलों को पंजाबी में व 30 हजार फैसलों को हिंदी में अनुवादित कर दिया गया है। सीजेआई ने कहा कि अनुवाद प्रक्रिया के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद भी ली जा रही है।

पीजीआई में बढ़ते मरीजों पर सीजेआई ने कहा कि यह इस संस्थान के प्रति लोगों के विश्वास का प्रतीक है। लोगों को पता है कि यहां अच्छा इलाज मिलेगा, इसलिए वह पीजीआई का रुख करते हैं। ठीक ऐसे ही भारतीय न्याय प्रणाली पर भी लोगों का विश्वास है, इसलिए केसों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों में बुनियादी ढांचे को मजबूत किए जाने की आवश्यकता है।

पीजीआई में डिग्री लेने वाले डॉक्टरों से मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि केवल डिग्री मिलना बड़ी बात नहीं है। मरीज के साथ आत्मीयता जरूरी है। उन्होंने फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस का उदाहरण दिया। कहा कि कैसे जादू की जफ्पी से मरीज ठीक हो जाते हैं।

Advertisement
×