Digital Policing में हरियाणा नंबर-1; 20 में से 17 बार राष्ट्रीय रैंकिंग में टॉप पर
डिजिटल तकनीक के ज़रिए अपराध नियंत्रण और स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में हरियाणा ने पूरे देश में एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की मासिक CCTNS रैंकिंग में हरियाणा पुलिस ने बीते 20 महीनों में 17 बार पहला स्थान हासिल कर डिजिटल प्रभुत्व का प्रमाण दिया है।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने इस उपलब्धि को “तकनीक, पारदर्शिता और प्रोफेशनलिज़्म की जीत” बताया। उन्होंने कहा कि यह सफलता हमारी सोच, प्रशिक्षण और टीमवर्क का नतीजा है। स्मार्ट पुलिसिंग ही आज की ज़रूरत है, और हरियाणा इस क्षेत्र में देशभर में अग्रणी बन चुका है।
CCTNS : अपराध पर डिजिटल शिकंजा
हरियाणा के सभी थानों में अब एफआईआर, गुमशुदगी, मेडिकल केस, अज्ञात शव, विदेशी पंजीकरण, खोई संपत्ति, और शिकायत प्रबंधन जैसी सभी सेवाएं पूरी तरह डिजिटल हो चुकी हैं। इससे जांच प्रक्रिया तेज़, पारदर्शी और आमजन के लिए सुलभ हो गई है।
NAFIS : फिंगरप्रिंट से अपराधियों की पहचान
‘नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम’ (NAFIS) के ज़रिए 2022 से अब तक लाखों रिकॉर्ड्स का विश्लेषण कर उल्लेखनीय सफलता मिली:
- 93 संगीन मामलों का खुलासा
- 22 हत्या मामलों में आरोपियों की शिनाख्त
- 29 अज्ञात शवों की पहचान
- तकनीकी दक्षता और सुधारों का असर
SCRB निदेशक शिवास कबिराज ने बताया कि पिछले दो वर्षों में तकनीकी सुधारों को प्राथमिकता दी गई। परिणामस्वरूप:
- अगस्त-सितंबर 2024 में हरियाणा ने 99.99% स्कोर के साथ तीसरा स्थान पाया
- शेष महीनों में 100% स्कोर के साथ लगातार पहला स्थान बरकरार रखा
- साइबर सुरक्षा और प्रशिक्षण में भी अग्रणी
हरियाणा पुलिस ने न सिर्फ अपने अधिकारियों को 72 तकनीकी वर्कशॉप्स के माध्यम से अपडेट किया, बल्कि राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर 100% शिकायत रिस्पॉन्स दर भी हासिल की।
आधुनिक सोच ही हमारी ताकत : डीजीपी
डीजीपी शत्रुजीत सिंह का कहना है कि हमारी प्राथमिकता तकनीक, जवाबदेही और मानव अधिकारों के संतुलन के साथ एक मजबूत पुलिसिंग मॉडल खड़ा करना है। हरियाणा पुलिस डिजिटल भारत की राह में एक प्रेरक उदाहरण बन रही है।