मुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

अमेरिकी आरोपों के बाद बुरे फंसे Gautam Adani, कांग्रेस ने दोहराई JPC जांच की मांग

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह के बीच कथित संबंधों पर सवाल उठाए
जयराम रमेश। पीटीआई फाइल फोटो
Advertisement

चंडीगढ़, 21 नवंबर (ट्रिन्यू)

Gautam Adani: न्यूयॉर्क के पूर्वी ज़िले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय द्वारा भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी और उनके भतीजे सागर अदाणी समेत अन्य लोगों पर 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत और धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद भारतीय राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस ने इन आरोपों के आधार पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह के बीच कथित संबंधों पर सवाल उठाए हैं।

Advertisement

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा, “यह खुलासा अदाणी की आपराधिक गतिविधियों और प्रधानमंत्री के संरक्षण में की गई धोखाधड़ी और अपराधों के लंबे रिकॉर्ड के अनुरूप है। भारतीय संस्थानों पर भाजपा द्वारा कब्जा कर लेने के कारण, अदाणी समूह की जांच में विदेशी न्यायालयों का सहारा लिया जा रहा है।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अदाणी समूह को सौर ऊर्जा परियोजनाओं के अनुबंध दिलाने के लिए भारत सरकार के अधिकारियों को रिश्वत दी गई, जिससे समूह को 2 बिलियन डॉलर का मुनाफा हुआ। रमेश ने सेबी की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि नियामक अदाणी के खिलाफ जांच में पूरी तरह विफल रहा है।

कांग्रेस का JPC की मांग पर जोर

कांग्रेस ने जनवरी 2023 में अदाणी समूह से जुड़े मोदानी घोटालों पर एक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) जांच की मांग की थी। इसके तहत पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अदाणी के बीच कथित संबंधों पर सवाल उठाते हुए हम अदाणी के हैं कौन (HAHK) नामक एक शृंखला में 100 सवाल पूछे थे। इन सवालों का जवाब अब तक नहीं मिला है।

कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण को लेकर कुछ महत्वपूर्ण मांगें दोहराई हैं:

भाजपा और अदाणी पर आरोप

कांग्रेस ने भाजपा पर अदाणी समूह को विशेष संरक्षण देने का आरोप लगाया है। पार्टी का दावा है कि यह संरक्षण भारत के प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों में एकाधिकार को बढ़ावा देता है, जिससे विदेशी नीति और आर्थिक संतुलन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

राजनीतिक माहौल गरमाया

अमेरिकी अदालत के इस मामले ने भारत में अदाणी समूह के खिलाफ चल रही बहस को और तेज कर दिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अब अमेरिकी आरोपों ने अदाणी समूह की विश्वसनीयता पर और सवाल खड़े कर दिए हैं।

Advertisement
Tags :
Adani and ModiGautam AdaniGautam Adani allegationsGautam Adani bribe caseHindi NewsIndian Stock MarketJairam Rameshअदाणी व मोदीकांग्रेसगौतम अदाणीगौतम अदाणी आरोपगौतम अदाणी रिश्वत केसजयराम रमेशभारतीय शेयर बाजारहिंदी समाचार