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Video: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि

Manmohan Singh funeral: निगमबोध घाट पर किया गया अंतिम संस्कार
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नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा)

Manmohan Singh funeral: आर्थिक सुधारों के जनक और राजनीति में सादगी तथा सौम्यता के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका यहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। सिंह की बेटी ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और कई अन्य हस्तियों ने सिंह को अंतिम विदाई दी।

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और मॉरीशस के विदेश मंत्री धनंजय रामफुल ने शनिवार को यहां निगमबोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सिंह की अंत्येष्टि के समय उनकी पत्नी गुरशरण कौर, तीनों पुत्रियां और कई रिश्तेदार मौजद थे। पूर्व प्रधानमंत्री का सिख धर्म के अनुष्ठानों के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

इससे पहले, कांग्रेस मुख्यालय से निगमबोध घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकली। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मनमोहन आपका नाम रहेगा'' और ‘‘मनमोहन सिंह अमर रहें'' जैसे नारे लगाते रहे।

सिंह का पार्थिव शरीर जिस वाहन में रखा गया, उसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सिंह के परिवार के कुछ सदस्य और कांग्रेस के कुछ नेता भी बैठे थे। अंतिम यात्रा से पहले सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय ‘24 अकबर रोड' में रखा गया था जहां सोनिया गांधी, खरगे, राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

पूर्व प्रधानमंत्री का पार्थिव शरीर उनके आवास से सुबह करीब नौ बजे कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन के लिए पहले से ही इंतजार कर रहे थे। सिंह का पार्थिव शरीर रखे जाने के बाद सोनिया गांधी, खड़गे, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तथा पार्टी के कई अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

पूर्व प्रधानमंत्री सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद थे। गुरशरण कौर ने भी पुष्प अर्पित करके अपने पति को अंतिम विदाई दी। राहुल गांधी मनमोहन सिंह के परिवार को ढांढस बंधाते हुए उनके साथ पार्टी मुख्यालय के भीतर दाखिल हुए।

पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहले से ही कतारबद्ध थे और उन्होंने भारतीय राजनीति के इस सौम्य नेता को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रगान गाकर उन्हें विदाई दी।

कांग्रेस ने निगमबोध घाट पर अंत्येष्टि के सरकार के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए शुक्रवार को कहा था कि सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर होना चाहिए जहां उनका स्मारक भी बन सके।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात कहा था कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी।

भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया था। वह 92 साल के थे। सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके आवास ‘3 मोतीलाल नेहरू मार्ग' पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां दलगत भावना से ऊपर उठकर नेताओं ने दिवंगत नेता को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कई प्रमुख नेताओं तथा अन्य हस्तियों ने मनमोहन सिंह को उनके आवास पर शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी थी।

कांग्रेस नेता सिंह 2004 से 2014 तक 10 वर्ष देश के प्रधानमंत्री रहे और उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की। वह वित्तीय और आर्थिक क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर एक प्रसिद्ध नाम थे।

उनके नेतृत्व वाली सरकार ने सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी युग परिवर्तनकारी योजनाओं की शुरूआत की। हमेशा नीली पगड़ी पहनने वाले सिंह को 1991 में नरसिम्हा राव सरकार में भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था। आर्थिक सुधारों की एक व्यापक नीति शुरू करने में उनकी भूमिका को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।

मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार से पहले दिल्ली यातायात पुलिस ने जारी किया परामर्श

दिल्ली यातायात पुलिस ने शनिवार को निगमबोध घाट पर पूर्वाह्न 11:45 बजे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार से पहले राजधानी के प्रमुख मार्गों पर यातायात के लिए परामर्श जारी किया है।

परामर्श में कहा गया है कि श्मशान घाट पर आने वाले विदेशी गणमान्य व्यक्तियों, वीआईपी/वीवीआईपी और आम लोगों के पहुंचने को ध्यान में रखते हुए राजा राम कोहली मार्ग, राजघाट रेड लाइट, सिग्नेचर ब्रिज और युधिष्ठिर सेतु से यातायात का मार्ग बदला गया है।

परामर्श में कहा गया है कि रिंग रोड, निषाद राज मार्ग, बुलीवर्ड रोड, एसपीएम मार्ग, लोथियन रोड, नेताजी सुभाष मार्ग और उनके आसपास की सड़कों/खंडों पर सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक यातायात प्रतिबंध/मार्ग परिवर्तन रहेगा। परामर्श में कहा गया है, "लोगों को इन सड़कों/खंडों और उस क्षेत्र से गुजरने से बचने की सलाह दी जाती है, जहां से अंतिम यात्रा गुजरेगी।

सड़क किनारे वाहन पार्क करने से बचें, क्योंकि इससे सामान्य यातायात में बाधा उत्पन्न होती है। यदि कोई असामान्य/अज्ञात वस्तु या व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में देखा जाता है, तो पुलिस को सूचित किया जाए।" भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले सिंह का बृहस्पतिवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने लिए शोक पुस्तिका उपलब्ध कराएगा

सिंगापुर में स्थित भारतीय उच्चायोग पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक शोक पुस्तिका उपलब्ध कराएगा। उच्चायोग ने बताया कि शोक पुस्तिका 30 और 31 दिसंबर को सुबह साढ़े 10 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक तथा दोपहर ढाई बजे से शाम चार बजे तक हस्ताक्षर के लिए उपलब्ध रहेगी।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (92) का बृहस्पतिवार रात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। 'सिख एडवाइजरी बोर्ड' के अध्यक्ष मलमिंदरजीत सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह ने दुनिया भर में सिखों की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है और वह उनके प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।

वर्ष 2012 में सिंगापुर के तत्कालीन प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के साथ भारत आए प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे मलमिंदरजीत ने मनमोहन सिंह के साथ हुई मुलाकात को याद करते हुए कहा कि सिंह मृदुभाषी, धैर्यवान और दयालु व्यक्ति थे। (सभी तस्वीरें कांग्रेस के एक्स अकाउंट से)

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