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निर्वाचन आयोग ने शुरू की उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी

निर्वाचन आयोग (ईसी) ने जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने के दो दिन बाद बुधवार को कहा कि उसने उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग ने कहा कि उसने संसद के दोनों सदनों...
जगदीप धनखड़।
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निर्वाचन आयोग (ईसी) ने जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने के दो दिन बाद बुधवार को कहा कि उसने उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग ने कहा कि उसने संसद के दोनों सदनों के सांसदों के निर्वाचक मंडल का गठन शुरू कर दिया है। निर्वाचित और मनोनीत दोनों सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं।

गौर हो कि जगदीप धनखड़ ने सोमवार को एक आश्चर्यजनक कदम के तहत स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। नया उपराष्ट्रपति पदभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष की पूर्ण अवधि तक पद पर रहने का पात्र होगा। उपराष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को स्पष्ट बढ़त हासिल है। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। उच्च सदन के मनोनीत सदस्य भी वोट डालने के पात्र होते हैं। लोकसभा की 543 में से एक सीट-पश्चिम बंगाल की बशीरहाट- रिक्त है, जबकि 245 सदस्यीय राज्यसभा में पांच सीट रिक्त हैं। राज्यसभा की पांच रिक्त सीट में से चार जम्मू-कश्मीर से और एक पंजाब से है। पंजाब की सीट राज्य विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद ‘आप’ नेता संजीव अरोड़ा के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। दोनों सदनों में सदस्यों की वर्तमान संख्या 786 है और जीतने वाले उम्मीदवार को 394 वोट की आवश्यकता होगी। राज्यसभा में फिलहाल 240 सदस्य हैं और मनोनीत सदस्यों के वोट मिलाकर राजग के पास 129 सदस्यों का समर्थन है। सत्तारूढ़ गठबंधन को दोनों सदनों में कुल 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है।

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धनखड़ अचानक पहुंचे थे राष्ट्रपति भवन

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस्तीफा देने से पहले सोमवार को अचानक राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे। सूत्रों ने बताया कि आधे घंटे बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सार्वजनिक कर दिया। इस बीच, जगदीप धनखड़ ने अपना सामान पैक करना शुरू कर दिया है और जल्द ही वह उपराष्ट्रपति एन्क्लेव खाली करेंगे। पूर्व उपराष्ट्रपति होने के नाते वह सरकारी बंगले के हकदार हैं। शहरी विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘उन्हें (धनखड़ को) लुटियंस दिल्ली या किसी अन्य क्षेत्र में टाइप-8 बंगला देने की पेशकश की जाएगी।’ टाइप-8 बंगला आमतौर पर वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों या राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों को आवंटित किया जाता है।

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