Operation Sindoor के बाद पहली बार रक्षा मंत्री जम्मू-कश्मीर में, सेना प्रमुख भी अग्रिम चौकियों में पहुंचे
श्रीनगर, 15 मई (भाषा)
Operation Sindoor: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर में समग्र सुरक्षा परिदृश्य और सशस्त्र बलों की युद्ध संबंधी तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' से पाकिस्तान की छाती पर चोट पहुंचाई गई है जिसका इलाज उसके आतंकियों को पनाह देना बंद करने से ही संभव है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों तथा उनके ठिकानों को निशाना बना कर ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किए जाने के बाद से यह सिंह की केंद्र शासित प्रदेश की पहली यात्रा है।
सिंह ने इस अवसर पर जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत कभी युद्ध का पक्षधर नहीं रहा, लेकिन जब हमारी संप्रभुता पर हमला होगा तो हम जवाब देंगे।''
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर भारत के साथ धोखाधड़ी के लिए पाकिस्तान भारी कीमत चुका रहा है और अगर आतंकवाद जारी रहा तो यह कीमत बढ़ती जाएगी। सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' को आतंकवाद के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी कार्रवाई करार देते हुए कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को साफ बता दिया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान की छाती पर चोट पहुंचाई गई और उसके जख्मों का एकमात्र इलाज आतंकी संगठनों को पनाह देना बंद करना तथा अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देना ही है। सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' ने आतंकी संगठनों और पाकिस्तान में उनके आकाओं को साफ बता दिया कि उन्हें खुद को कहीं भी सुरक्षित नहीं मानना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत पिछले 35-40 साल से सीमापार आतंकवाद का सामना करता रहा है। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले को अंजाम देकर भारत के मस्तक को चोट पहुंचाने और देश की सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से कहा था कि भारत में अब और आतंकवाद नहीं फैलाया जाएगा, लेकिन उसने भारत के साथ धोखा किया और आज भी धोखेबाजी कर रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट रूप से पुन: रेखांकित किया है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी आतंकवादी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में छिपे आतंकी और उनके आका अब भारतीय बलों के निशाने पर हैं।
सेना प्रमुख ने बारामूला में अग्रिम इलाकों का दौरा किया
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में अग्रिम इलाकों का दौरा किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान नियंत्रण रेखा पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए सैनिकों की सराहना की। उन्होंने सैनिकों से कहा कि वे किसी भी चुनौती का निर्णायक ताकत के साथ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहें। सेना ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि सेना प्रमुख (सीओएएस) ने चिनार कोर की डैगर डिवीजन का दौरा किया।
अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने पोस्ट में कहा, ‘‘सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने चिनार कोर के डैगर डिवीजन के अग्रिम इलाकों का दौरा किया और सभी अधिकारियों के साथ बातचीत की। सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नियंत्रण रेखा पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए उनके साहस, जोश और सतर्क कार्रवाई की सराहना की।''
पोस्ट के अनुसार, सेना प्रमुख ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में आतंकी शिविरों को नष्ट करने में सैनिकों की भूमिका की सराहना की। सेना ने कहा, ‘‘सेना प्रमुख ने पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गई कायरतापूर्ण गोलेबारी से पीड़ित नागरिकों को सहायता प्रदान करने में डैगर डिवीजन द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की। उन्होंने सैनिकों को किसी भी चुनौती का निर्णायक ताकत के साथ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया।''